भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी अब चेहरा बचाने वाले किसी नेता की तलाश कर रही है और यह बात उसके बयानों में विरोधाभास से पता चलती है। कांग्रेस ने शुरू में दावा किया था कि राहुल व्यक्तिगत दौरे पर गए हैं जबकि बाद में कहा कि वह अमेरिका में एक सम्मलेन में शामिल होने गए हैं। पात्रा ने कहा, दो रैलियां करने और किसानों के बारे में गहन चिंतन के बाद राहुल को किसी विदेशी दौरे की जरूरत थी।
पात्रा ने संवाददाताओं से कहा, ऐसा लगता है कि महागठबंधन के नेताओं को बिहार से जो प्रतिक्रिया मिली उससे वह कांग्रेस से यह कहने को मजबूर हो गए कि राहुल को जबदस्ती छुट्टी पर भेजा जाए क्योंकि वह बिहार के कहीं भी आसपास रहे तो इससे उनकी चुनावी संभावनाओं को नुकसान पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि गठबंधन के दोनों प्रमुख नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लालू प्रसाद ने राहुल की बिहार रैली से दूर रहकर उन्हें उनकी जगह दिखा दी।
भाजपा नेता ने कांग्रेस के उस स्पष्टीकरण का उपहास किया कि राहुल अमेरिका के ऐस्पेन में एक सम्मेलन में शामिल होंगे और कहा कि कांग्रेस नेता बिना ज्ञान के विशेषज्ञ हैं और उन्होंने कभी भी राहुल के भारत में ऐसे किसी भी सम्मेलन में शामिल होने के बारे में नहीं सुना। उन्होंने पार्टी से बैठक का ब्यौरा देने को कहा। बजट सत्र के दौरान राहुल की 56 दिनों की छुट्टी को याद करते हुए पात्रा ने कहा कि राहुल किसी जिम्मेदारी के लिए नहीं बने हैं। उन्होंने कहा कि महागठबंधन पहले ही अहंकार एवं जंगलराज के आरोपों से जूझ रहा है और राहुल की मौजूदगी से उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का मुद्दा भी जुड़ जाता। पात्रा ने कहा कि इन राजनीतिक दलों को इसे लेकर स्थिति साफ करनी चाहिए।