26 साल बाद हनुमानगढ़ी पहुंचे राहुल गांधी की इस यात्रा को लेकर सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं। राहुल ने हनुमानगढ़ी में दर्शन से पहले महन्त ज्ञानदस से मुलाकात की। ज्ञानदास विश्व हिन्दू परिषद के प्रति विरोधी रूख रखने वाले माने जाते हैं। राहुल उस शिलान्यास स्थल से भी दूर रहे जहां वर्ष 1989 में राम मंदिर के निर्माण की आधारशिला रखी गयी थी। इलाके के पुराने बाशिंदे बताते हैं कि करीब 26 साल पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने वर्ष 1990 में अपनी सद्भावना यात्रा के दौरान हनुमानगढ़ी मंदिर जाने का कार्यक्रम बनाया था लेकिन वक्त की कमी की वजह से वह वहां नहीं जा सके थे। राजीव गांधी की 21 मई 1991 को हत्या कर दी गयी थी।
राहुल इन दिनों प्रदेश भर में किसानों की समस्या को लेकर यात्रा कर रहे हैं। देवरिया से शुरू हुई राहुल की यात्रा दिल्ली में खत्म होगी। इस दौरान वह पूरे प्रदेश में करीब 2500 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे। इस दौरान राहुल किसानों के अलावा, दलित, मुसलमानों की समस्याओं को भी सुनेंगे। इस यात्रा का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि राहुल रात्रि विश्राम भी किसी न किसी शहर में कर रहे हैं। इससे पहले राहुल ने दो या तीन दिन से ज्यादा कोई यात्रा नहीं की। यह पहली बार हो रहा है कि इतनी लंबी यात्रा राहुल गांधी कर रहे हैं। इस बीच बकरीद के कारण दो दिन यात्रा स्थगित रहेगी।