राजस्थान में 7 दिसंबर को विधानसभा के चुनाव होने हैं और इसके लिए कांग्रेस और भाजपा दोनों अपनी पूरी पूरी ताकत लगा चुके हैं। अब इस चुनावी समर में अपनी ताकत दिखाने के लिए शनिवार को राजस्थान में राहुल गांधी 4 और अमित शाह 5 रैलियां करेंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी शनिवार को भीलवाड़ा, उदयपुर, हनुमानगढ़ और चित्तौड़गढ़ में रैली को संबोधित करेंगे। वहीं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह मारवाड़, फलौदी और बाड़मेर के बलोतरा, बायतु और जिला मुख्यालय पर सभा करेंगे। इसके अलावा कांग्रेस के नवजोत सिंह सिद्धू भरतपुर, अलवर और जयपुर की विधानसभा सीटों पर चुनाव प्रचार करेंगे। वहीं, भाजपा की ओर से विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, पार्टी का अल्पसंख्यक चेहरा शाहनवाज हुसैन और वरिष्ठ नेता मनोज तिवारी भी सभाओं में शिरकत करेंगे।
झोंक दी है पूरी ताकत
चुनाव में दोनों पूरी तैयारी के साथ मैदान में नजर आ रहे हैं। राजस्थान में इस वक्त किसी एक पार्टी के लिए जनादेश साफ तौर पर नहीं दिख रहा है। इसके अलावा इस बार राजस्थान के मैदान में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के अलावा अन्य दल भी हैं।
अपना रहे हैं नई नई रणनीति
भाजपा और कांग्रेस ने अपने-अपने घोषणा पत्र जारी कर दिए हैं। दोनों ही पार्टियों ने घोषणा पत्र में युवाओं, किसानों और महिलाओं पर फोकस किया है। सूबे की सत्ता हासिल करने के लिए दोनों ही पार्टियां लगातार नई-नई रणनीति आजमा रही हैं।
राजस्थान विधानसभा में कुल 200 सीटें हैं जिसमें 142 सीट सामान्य, 33 सीट अनुसूचित जाति और 25 सीट अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित हैं। 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी और वसुंधरा राजे सीएम बनी थीं। इसके 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने सभी 25 सीटों पर कब्जा किया था लेकिन दिसंबर 2017 में राज्य के निकाय उपचुनावों में ज्यादातर सीटें कांग्रेस ने जीतकर भाजपा को सोचने पर मजबूर कर दिया।