राज्यसभा सांसद मदनलाल सैनी को शुक्रवार को राजस्थान भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। यह पद पिछले ढाई महीने से खाली पड़ा था। सैनी शेखावटी के चौथे नेता होंगे जो पार्टी की कमान संभालेंगे। इससे पहले भी रहे भाजपा के अध्यक्षों में से तीन शेखावटी के थे।
अशोक परनामी के इस्तीफे के बाद सबसे पहले नए अध्यक्ष के रूप में संघ के नजदीकी केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री जोधपुर के सांसद गजेन्द्र सिंह शेखावट का नाम आया लेकिन उनके नाम पर मुहर नहीं लग पायी। कई नेता दौड़ में थे और आखिर में मदनलाल सैनी के नाम तय हो गया। उन्हें शेखावटी में भाजपा को खड़ा करने वाले नेताओं में गिना जाता है। मदनलाल सैनी मूल रूप से सीकर की मालियों की ढाणी के हैं, वहीं गजेन्द्र सिंह शेखावत सीकर के महरोली गांव के हैं और उन्होंने राजनीति के लिए जोधपुर को चुना।
झुंझुनूं से लोकसभा सीट के लिए चुनाव लड़ने वाले मदनलाल सैनी पार्टी की अनुशासन समिति के सदस्य भी रहे हैं। वह भाजपा किसान मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। सैनी को दो महीने पहले ही राज्यसभा चुनाव में खड़ा किया था और संख्या बल के आधार पर उन्हें निर्विरोध विजयी घोषित किया गया था। भाजपा के तीनों उम्मीदवार इस चुनाव में निर्विरोध विजयी रहे थे। उनके साथ भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री भूपेंद्र यादव और लालसोट के विधायक किरोड़ी लाल मीणा भी राजस्थान से राज्यसभा सदस्य बने थे।
राजस्थान में सैनी को पार्टी की कमान सौंपते हुए भाजपा ने एक तीर से दो निशाने साधे हैं। प्रदेश के शेखावटी अंचल से आने वाले सैनी को कमान देकर बना पार्टी ने एक तरफ माली समाज के मतदाताओं की नाराजगी दूर करने की कोशिश की है तो इस वर्ग के कांग्रेस की ओर झुकाव रखने वाले मतदाताओं को पार्टी में लाने का प्रयास भी है। लम्बे समय से पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के जरिए इस वर्ग का बड़ा हिस्सा कांग्रेस का परम्परागत वोट बैंक माना जाता रहा है।