मध्य प्रदेश भाजपा की नई टीम में अपने समर्थकों को जगह न दिये जाने से ज्योतिरादित्य सिंधिया काफी नाराज बताये जा रहे है। प्रदेश भाजपा की नई कार्यकारिणी के पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल न होकर उन्होंने अपनी नाराजगी को भाजपा संगठन पर जाहिर भी कर दिया है। हालांकि भाजपा की ओर से इस तरह की किसी भी संभावना को खारिज किया जा रहा है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वी डी शर्मा ने हाल में भाजपा की नई कार्यकारिणी की घोषणा की है। इसमें प्रदेश पदाधिकारियों के रूप में 32 नाम घोषित किये है। इस पूरी टीम में सिंधिया खेमे से केवल एक नाम शामिल किया गया है। सिंधिया अपने कई समर्थकों को टीम में जगह देने की मांग कर रहे थे किन्तु उनकी मांग को खारिज कर दिया गया। केवल मदन कुशवाहा को उनकी ओर से राज्य कार्यकारिणी में स्थान दिया गया है। ऐसे में सिंधिया काफी नाराज बताये जा रहे है। इसी वजह से वे कार्यकारिणी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हुए, जबकि वे उस दौरान मध्य प्रदेश में ही दौरे पर थे। केवल इतना ही नहीं समारोह में उनके समर्थक कार्यकर्ता भी शामिल नहीं हुए।
प्रदेश कार्यकारिणी में सिंधिया समर्थकों को स्थान न देकर भाजपा ने स्पष्ट कर दिया है कि उनका कद भाजपा के दिग्गिज नेताओं से छोटा ही रहेगा। कार्यकारिणी में शिवराज सिंह, कैलाश विजयवर्गीय और नरोत्तम मिश्रा के समर्थक लोगों के नई नाम शामिल किये गये है।
मध्य प्रदेश में उपचुनाव परिणाम आने के बाद से ही नई टीम बनाने को लेकर मंथन चल रहा था। सिंधिया की ओर से भी दबाव था कि टीम में उनके समर्थकों को जगह दी जाये किन्तु प्रदेश अध्यक्ष ने उनकी बात को नकार दिया। दिल्ली ने भी शर्मा का समर्थन किया और उनको अपनी टीम बनाने को लेकर फ्री हैंड दे दिया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भी सिंधिया के पक्ष में अपनी बात कह रहे थे किन्तु इस मामले में उनकी भी नहीं सुनी गई। भाजपा की ओर से स्पष्ट कर दिया गया कि सरकार में उनकी मांग के अनुसार मंत्री बना दिये गये है अब पार्टी संगठन में उनके समर्थकों को जगह नहीं दी जायेगी। काफी प्रयास के बाद सिंधिया केवल एक नाम को जगह दिला पाये।