गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला के बेटे महेंद्र सिंह वाघेला ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने भाजपा प्रदेश जीतू वाघानी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। महेंद्र वाघेला ने तीन महीने पहले ही भाजपा की सदस्यता ली थी। पहले महेंद्र सिंह वाघेला कांग्रेस में थे।
महेंद्र सिंह वाघेला दिसंबर में हुए गुजरात चुनावों से ठीक पहले कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हुए थे। पिता शंकर सिंह उनके इस कदम से नाराज थे। पिता ने इन्हीं कारणों से पुत्र महेंद्र से राजनीतिक संबंध खत्म कर लिए थे। पिता का कहना था कि महेंद्र को जिस भी पार्टी में शामिल होना है,वह अपने कार्यकर्ताओं का एक सम्मेलन बुलाएं तथा उसके बाद उनसे पूछकर ही कोई फैसला करें।
दो बार रह चुके हैं कांग्रेस विधायक
वाघेला दो बार कांग्रेस पार्टी से विधायक रह चुके हैं। पिछले साल दिसंबर में गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले वह कांग्रेस से अलग हो गए थे। उस समय न ही उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ा था और न ही वह किसी पार्टी में शामिल हुए थे। उन्होंने भी कांग्रेस से अलग होकर 'जन विकल्प मोर्चा' का गठन किया था। जुलाई 2017 में कांग्रेस छोड़ने वाले वाघेला ने साथ ही कहा, 'राहुल गांधी या शरद पवार किसी से भी मुलाकात करने में मुझे कोई हिचक नहीं है।'
विरोधी दलों के करेंगे एकजुट
भाजपा छोड़ने के बाद महेंद्र सिंह वाघेला ने किसी पार्टी में जाने के संकेत तो नहीं दिए हैं, लेकिन उनकी कांग्रेस वापसी पर पूर्ण विराम नहीं लगा है। साबरकांठा से उनके लोकसभा चुनाव लड़ने की संभावना है, जहां से पिछला चुनाव उनके पिता ने लड़ा था। महेंद्र सिंह के समधी बलवंत सिंह राजपूत भाजपा में ही हैं, उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल के खिलाफ राज्यसभा चुनाव लड़ा था। वाघेला ने कहा, 'वह अगले साल होने वाले आम चुनाव के लिए सभी भाजपा विरोधी दलों को एकजुट करने का प्रयास करेंगे।'