अरूण शौरी ने कहा कि मौजूदा सरकार अर्थव्यवस्था को संभालने के बजाय खबरें मैनेज करने में जुटी है। हकीकत में कोई सुधार नहीं हो रहा है। लोगों ने अब पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के दिनों को याद करना शुरू कर दिया है।
प्रसिद्ध पत्रकार टीएन निनान की पुस्तक ‘टर्न आफ द टार्टोइस' के विमोचन के मौके पर शौरी ने कहा, अब लोग डॉ. मनमोहन सिंह के दिनों को लोग याद करने लगे हैं। इस सरकार की नीतियां बनाने का तरीका कांग्रेस जैसा है...अलग है तो गाय का मुद्दा है। नीतियां समान हैं। इस कार्यक्रम में मोदी सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम और पूर्व विदेश सचिव श्याम सरन भी मौजूद थे।
मोदी सरकार के कामकाज पर टिप्पणी करते हुए अरुण शौरी ने कहा कि अगर आप कर प्रशासन में अड़चनों की बात करें तो असल में इसमें कोई बदलाव नहीं है। उन्होंने मौजूदा प्रधानमंत्री कार्यालय को बेहद कमजोर करार दिया है। शौरी ने कहा कि दूसरा अंतर यह है कि मौजूदा सरकार अर्थव्यवस्था के प्रबंधन का मतलब सुर्खियों का प्रबंधन मानती है लेकिन यह कारगर साबित होने वाला नहीं है। पूर्व मंत्री ने कहा, हर व्यक्ति व्यस्त है और हर व्यक्ति बहुत मेहनत कर रहा है लेकिन यह बडी चीजों में तब्दील नहीं हो रहा, उस समय यह (संप्रग सरकार) समस्या थी।
यह पहला मौका नहीं है जबकि वाजपेयी सरकार में विनिवेश मंत्री रहे अरुण शौरी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। इससे पहले उन्होंने मोदी सरकार के कामकाज़ पर सवाल उठाते हुए कहा था बर्तनों की आवाज तो आ रही है लेकिन खाना नहीं आ रहा है।