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कर्नाटक संकट: सिद्धारमैया की स्पीकर से मांग- विधायकों को ठहराया जाए अयोग्य, छह साल तक लगे पाबंदी

कर्नाटक का सियासी संकट थमने का नाम नहीं ले रहा है। मामले को लेकर जहां कांग्रेस सांसदों ने लोकसभा से...
कर्नाटक संकट: सिद्धारमैया की स्पीकर से मांग- विधायकों को ठहराया जाए अयोग्य, छह साल तक लगे पाबंदी

कर्नाटक का सियासी संकट थमने का नाम नहीं ले रहा है। मामले को लेकर जहां कांग्रेस सांसदों ने लोकसभा से वॉकआउट किया। वहीं लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि खरीद-फरोख्त की राजनीति बंद होनी चाहिए। इधर, कांग्रेस नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि विधायकों को अयोग्य करार दिया जाए और उनके चुनाव लड़ने पर छह साल की पाबंदी लगे।

'सरकार को अस्थिर करना भाजपा की आदत'

सिद्धारमैया ने कहा कि सरकार को अस्थिर करना भाजपा की आदत है। यह अलोकतांत्रिक है। लोगों ने भाजपा को सरकार बनाने के लिए जनादेश नहीं दिया है। लोगों ने हमें ज्यादा वोट दिया है। जेडीएस और कांग्रेस को 57 फीसदी से ज्यादा वोट मिले।

उन्होंने कहा कि कर्नाटक कांग्रेस चाहती है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए विधायकों को अयोग्य करार दिया जाए। वे भाजपा की सहायता कर रहे हैं। मैं उनसे वापस आने और इस्तीफा वापस लेने का आग्रह करता हूं। हमने स्पीकर को याचिका दी है कि उन्हें अयोग्य ठहराया जाए और उनका इस्तीफा स्वीकार ना किया जाए। हमने स्पीकर से एंटी डिफेक्शन कानून के तहत कार्रवाई करने की भी मांग की है। हमने स्पीकर से मांग की है कि ना सिर्फ विधायकों को अयोग्य ठहराया जाए बल्कि छह साल तक उनके चुनाव लड़ने पर पाबंदी लगे।

ठिकाने बदल रहे हैं बागी विधायक

कांग्रेस के एक और विधायक रोशन बेग ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने भाजपा जॉइन करने का भी ऐलान किया है। राज्य में एच डी कुमारस्वामी सरकार के सभी मंत्रियों के इस्तीफे के बाद माना जा रहा था कांग्रेस-जेडीएस नाराज विधायकों को मना लेगी लेकिन इस्तीफा दे चुके बागी विधायक अपने फैसले पर अड़े हुए हैं और पल-पल अपना ठिकाना बदल रहे हैं। जेडीएक के बागी विधायक जहां देवनहल्ली के गोल्फशायर क्लब में ठहरे हुए हैं वहीं पहले खबर थी कि कांग्रेस के बागी विधायक गोवा जा सकते हैं। फिर खबर आई कि वे पुणे जाने वाले हैं लेकिन एक बार फिर उन्होंने अपना प्लान बदला। फिलहाल विधायकों ने मुंबई में किसी अज्ञात जगह पर रुकने का फैसला किया है। माना जा रहा है कि वे गोवा जा सकते हैं। उधर, पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता बीएस येदियुरप्पा ने सीएम कुमारस्वामी से इस्तीफा मांगा है।

बागी विधायक हर पल बदल रहे प्लान

इससे पहले खबर थी कि कांग्रेस के विधायक मुंबई से गोवा के लिए रवाना हो गए हैं। लेकिन ऐन मौके पर विधायकों ने अपने प्लान में चेंज करते हुए मुंबई में ही किसी अज्ञात जगह रुकने का फैसला किया। बागी विधायकों को मंत्री पद देने का कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री जी परमेश्वर का प्रस्ताव भी बेअसर रहा। सोमवार सुबह होटल में आयोजित बैठक के दौरान कर्नाटक के बागी विधायकों ने कहा कि मौजूदा सरकार में मंत्री बनने का कोई मतलब नहीं होगा क्योंकि कांग्रेस सरकार की स्थिरता को आसानी से हिलाया जा सकता है।

विधायकों ने मंत्री पद का ऑफर ठुकराया

विधायकों ने कहा, 'उन्होंने पेश किए गए समझौते को खारिज कर दिया है और अपने इस्तीफे को लेकर काफी दृढ़ हैं।' उन्होंने कहा कि वे बीजेपी की अगुआई वाली नई सरकार का हिस्सा बनना चाहते हैं। इसके बाद गठबंधन ने अपने शीर्ष संकटमोचक डीके शिवकुमार को जिम्मेदारी सौंपी थी कि वे बागी विधायकों को मनाएं। इससे पहले बताया गया कि बागी विधायकों के मुंबई के बांद्रा कुर्ला स्थित सोफिटेल होटल में ठहरने के दौरान राज्य के बीजेपी नेताओं ने उन पर निगरानी रखी हुई थी। इस दौरान बीजेपी नेताओं ने दावा किया था कि कुछ और बागी विधायक इस समूह में शामिल हो सकते हैं। उधर, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सोमवार को मुंबई के सेफिटेल होटल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ता कर्नाटक के बागी विधायकों से इस्तीफा वापस लेने की मांग कर रहे हैं।

अब तक 15 विधायकों का इस्तीफा

सोमवार को दो निर्दलीय विधायकों ने भी कर्नाटक की कांग्रेस-जेडीएस सरकार से समर्थन वापस ले लिया। दोनों विधायकों को मिलाकर अब तक 15 विधायकों ने कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार से अपना समर्थन वापस लिया है।

येदियुरप्पा बोले, इस्तीफा दें कुमारस्वामी

उधर, कर्नाटक सरकार पर मंडरा रहे संकट के बीच बंगलुरु में बीजेपी के विधायक दल की बैठक हुई। बैठक से पहले पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि 'सरकार अल्पमत में है। मुख्यमंत्री को तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देना चाहिए।' उन्होंने यह भी कहा कि 'मंगलवार को इस मांग को लेकर पूरे राज्य में प्रदर्शन किया जाएगा। सरकार बनानी है या नहीं बनानी, इस बात का फैसला केंद्रीय नेतृत्व करेगा।' बीजेपी के विधायक दल की ये बैठक राज्य के राजनीतिक हालातों को देखते हुए बुलाई गई थी।

लोकसभा में उठा कर्नाटक मुद्दा

कर्नाटक में सियासी संकट का मामला सोमवार को लोकसभा में भी उठा। शून्यकाल में कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी ने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश और कर्नाटक की राज्य सरकारों को तोड़ने के लिए दलबदल कराने का काम किया जा रहा है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि कर्नाटक के कांग्रेस के विधायकों को प्रलोभन देकर दल बदल कराया जा रहा है और उन्हें चार्टर्ड विमान में ले जाकर मुंबई के पांच सितारा होटल में ठहराया जा रहा है। अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि लोकसभा चुनाव में ‘303 सांसद जीतने के बाद भी आपका पेट नहीं भरा है। आपका पेट, कश्मीरी गेट के बराबर हो गया है।’

कर्नाटक संकट के बहाने राजनाथ का राहुल पर तंज

कांग्रेस के आरोप पर रक्षा मंत्री और सदन के उप नेता राजनाथ सिंह ने कहा कि कर्नाटक में जो कुछ हो रहा है, उसका हमारी पार्टी से कोई लेनादेना नहीं है। राजनाथ सिंह ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि त्यागपत्र दिलाने का सिलसिला बीजेपी ने शुरू नहीं किया, बल्कि यह तो राहुल गांधी ने शुरू किया है। उनके कहने पर कई नेताओं ने त्यागपत्र दिए हैं।

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