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सिद्धू ने डीजीपी, एजी को हटाने की मांग दोहराई; बोले- ऐसा नहीं किया तो “हम मुंह दिखाने के लायक नहीं रहेंगे”, CM चन्नी ने दिया ये जवाब

कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने रविवार को अपनी पार्टी से पंजाब पुलिस प्रमुख और महाधिवक्ता को बदलने...
सिद्धू ने  डीजीपी, एजी को हटाने की मांग दोहराई; बोले- ऐसा नहीं किया तो “हम मुंह दिखाने के लायक नहीं रहेंगे”, CM चन्नी ने दिया ये जवाब

कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने रविवार को अपनी पार्टी से पंजाब पुलिस प्रमुख और महाधिवक्ता को बदलने की मांग फिर दोहरते हुए कहा कि अन्यथा राज्य में सत्ताधारी पार्टी को नुकसान होगा और हम मुंह दिखाने के लायक नहीं रहेंगे। वहीं, मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने याद दिलाया कि 10 पुलिस अधिकारियों के नाम पहले ही केंद्र को भेजे जा चुके हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि राज्य सरकार को केंद्र से तीन शॉर्टलिस्ट किए गए नाम मिलने के बाद सिद्धू, मंत्रियों और विधायकों से परामर्श करने के बाद एक "अच्छे" अधिकारी को पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) नियुक्त किया जाएगा।

सिद्धू ने रविवार को ट्वीट किया, “बेअदबी के मामलों और मादक पदार्थ के व्यापार के दोषियों की गिरफ्तारी की मांग के कारण हमारी सरकार 2017 में आई थी और इसमें विफल रहने पर लोगों ने पिछले मुख्यमंत्री को हटा दिया. अब एजी/डीजी की नियुक्ति से पीड़ितों के घावों पर नमक छिड़का जा रहा है, उन्हें हटाया जाना चाहिए वर्ना हम मुंह दिखाने के लायक नहीं रहेंगे।”

चरणजीत सिंह चन्नी नीत सरकार पर राज्य के पुलिस महानिदेशक और महाधिवक्ता को बदलने के लिए ट्वीट कर दबाव बनाने से प्रतीत होता है कि सिद्धू अब भी कुछ प्रमुख नियुक्तियों को लेकर नाराज हैं।

मुख्यमंत्री और सिद्धू ने तीन दिन पहले बैठक की थी जिसके बाद यह निर्णय लिया गया था कि राज्य सरकार के सभी प्रमुख निर्णय लेने से पहले सलाह के लिए एक समन्वय समिति का गठन किया जाएगा।

सिद्धू ने कुछ दिन पहले पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था और राज्य के पुलिस महानिदेशक, महाधिवक्ता और “दागी नेताओं” की नियुक्तियों पर सवाल खड़े किये थे। सिद्धू, भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी इकबाल प्रीत सिंह सहोता को हटाने की मांग कर रहे हैं जिन्हें पंजाब पुलिस के महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। सहोता, अकाली सरकार द्वारा 2015 में बेअदबी की घटनाओं की जांच के लिये बनाए गए विशेष जांच दल (एसआईटी) के प्रमुख थे।

सिद्धू ने राज्य के नए महाधिवक्ता ए एस देओल की नियुक्ति पर भी सवाल  खड़े  किये जो 2015 में पूर्व पुलिस महानिदेशक सुमेध सिंह सैनी के वकील थे। शनिवार को सिद्धू ने कहा था कि वह किसी पद पर रहें या न रहें, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ खड़े रहेंगे।

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