कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया है कि 21 दिन के लॉकडाउन के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में मजदूरों के समक्ष रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है, इसलिए मजदूरों को मनरेगा की 21 दिन की मजदूरी का अग्रिम भुगतान किया जाना चाहिए। ग्रामीण भारत के आठ करोड़ कामगारों को तत्काल राहत देने की जरूरत है।
पीएम को लिखे पत्र में सोनिया गांधी ने कहा, 'फसलों की कटाई के इस मौसम में भी लाखों कृषि कामगार बेरोजगार हो गए हैं। ऐसे में बहुत सारे मजदूर वैकल्पिक रोजगार के लिए मनरेगा के तहत आ सकते हैं।' कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, 'ग्रामीण भारत में गरीबों को राहत देने की तत्काल जरूरत को देखते हुए सरकार मनरेगा के तहत पंजीकृत और सक्रिय कामगारों को 21 दिनों की मजदूरी का अग्रिम भुगतान करने पर विचार कर सकती है।' उन्होंने कहा कि मनरेगा के तहत काम शुरू होने के बाद मजदूरी के इस अग्रिम भुगतान को समायोजित किया जा सकता है।
प्रवासी मजदूरों के लिए भी की थी अपील
इससे पहले लॉकडाउन के चलते मजदूरों के पलायन को लेकर भी सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को पत्र लिखा था। उन्होंने कहा था कि लाखों मजदूर बीच रास्ते में फंसे हुए हैं और पैदल ही घर जाने को मजबूर हैं। कई लोग गेस्ट हाउस और होटलों में हैं जिनके पास पैसे भी नहीं हैं। ऐसे लोगों के लिए परिवहन सेवा मुहैया कराई जाए।
कोरोना से अब तक 1637 लोग संक्रमित, 38 की मौत
बता दें कि देशभर में कोरोना वायरस से अब तक 38 लोगों की मौत हो चुकी है और संक्रमितों की संख्या 1637 पहुंच गई है। बीते 24 घंटे में कोरोना के 386 नए मामले सामने आए हैं, वहीं इसके संक्रमण से 132 लोग ठीक हो चुके हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश में इस वायरस की वजह से दो मौत हो गई है और अब तकत 113 लोग संक्रमित हो चुके हैं।