मोदी सरकार में रक्षामंत्री बनने से पहले पर्रिकर गोवा में मुख्यमंत्री थे। सुभाष वेलिंगकर भारतीय भाषा सुरक्षा मंच नामक संगठन के भी प्रमुख है। वह भाजपा सरकार का भाषा को लेकर विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि सरकार कोंकणी और मराठी जैसी क्षेत्रीय भाषाओं के स्थान पर अंग्रेज़ी को प्रमुखता दे रही है।
वेलिंगकर के मुद्दे को आरएसएस का अंदरूनी मामला बताकर इस पर टिप्पणी से इनकार करने वाले गोवा के मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पार्सेकर तथा मनोहर पर्रिकर पर सुभाष वेलिंगकर ने आरोप लगाया कि इन नेताओं ने स्थानीय भाषाओं को स्कूलों में शिक्षा का माध्यम बनाने के भाजपा द्वारा किए वादे से पलटकर 'जनता से विश्वासघात' किया है।
वेलिंगकर ने यह भी कहा कि वह पर्रिकर से पहले संघ में आए। वेलिंगकर के समर्थकों को इस बर्खास्तगी में भाजपा का ही हाथ लग रहा है। वेलिंगकर पर राज्य की भाजपा सरकार के खिलाफ काम करने का आरोप है। वेलिंगकर पर अलग से चुनाव लड़ने की तैयारी के आरोप भी लगाए गए हैं। दरअसल, वेलिंगकर ने अगले चुनाव में भाजपा के हारने की बात कही थी। वेलिंगकर पर आरोप है कि भारतीय भाषा सुरक्षा मंच बनाकर अलग से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं।