कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ए के एंटनी के नेतृत्व वाली पार्टी की केंद्रीय अनुशासन समिति ने दो सप्ताह के भीतर स्पष्टीकरण देने को कहा है। यह कदम एक ऑडियो टेप के सामने आने के करीब एक माह बाद उठाया गया है जिसमें 2014 में हुए एक उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार की जीत को सुगम बनाने के लिए कथित तौर पर वित्तीय फायदा हासिल करके पार्टी उम्मीदवार के नाम वापस लेने की बात कही गई है।
टेप में उस समय के कुछ प्रमुख राजनीतिक नेताओं के बीच बाचतीत में अजीत जोगी और अमित की भूमिका की ओर इशारा किया गया है। हालांकि अमित और अजीत जोगी दोनों ने ही इसमें अपनी भूमिका से इंकार किया है। अजीत जोगी के पु़त्र अमित जोगी को इस मामले में पिछले महीने पार्टी से निष्काषित कर दिया गया था जो पार्टी के विधायक भी हैं। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस समिति ने एक प्रस्ताव पारित कर अमित के पिता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री को टेप मामले में बाहर का रास्ता दिखाने के लिए हाई कमान की अनुमति मांगी थी। पार्टी की अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति (डीएसी) ने एक फरवरी को बैठक में इस बारे में विस्तृत चर्चा की थी और कहा था कि उचित समय पर कार्रवाई की जाएगी।