राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) कार्यकारिणी के सदस्य और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी, सलमान खुर्शीद, पी चिदंबरम और दिग्विजय सिंह के बयानों की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि भारत, भारतीय, भारतीयता का अपमान करना महात्मा गांधी का भी अपमान है और देश का भी अपमान है। संघ नेता ने कहा कि पी चिदंबरम ने कानून व्यवस्था पर आरोप मढ़कर भारत और भारत के न्यायपालिका का घोर अपमान किया है, जो पूर्णतः निंदनीय है।
इंद्रेश कुमार ने कहा है कि कांग्रेस को देश की जनता ने पूरी तरह नकार दिया है इसीलिए कांग्रेस के नेताओं का आरएसएस और हिंदुत्व पर कीचड़ उछालना फैशन बन गया है। इसी कड़ी में सलमान खुर्शीद ने अपनी किताब की टीआरपी बढ़ाने के लिए लिखा है कि आज का हिंदुत्व आईएसआईएस और बोको हरम जैसा आतंकी संगठन हो गया है। देश जानता है कि हिंदुत्व एक धर्म नहीं बल्कि ऐसी विचारधारा है जिसमें वासुदेव कुटुंभक को माना जाता है। वसुधैव कुटुम्बकम् सनातन धर्म का मूल संस्कार तथा विचारधारा है जो महा उपनिषद सहित कई ग्रन्थों में लिपिबद्ध है। इसका अर्थ है- धरती ही परिवार है (वसुधा एव कुटुम्बकम्)। यह वाक्य भारतीय संसद के प्रवेश कक्ष में भी अंकित है।
जहां तक पी चिदंबरम का अयोध्या मामले न्यायलय के फैसले को गलत ठहराने की बात है यह पूरी तरह असंवैधानिक सोच है जो देश की न्याय व्यवस्था और संविधान को नहीं मानती है। शाह बनो के समय कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट का फैसला बदलने का असंवैधानिक काम किया था। उसी बोझिल और गलत मानसिकता से कांग्रेस और कांग्रेस के नेता अब भी ग्रस्त हैं।
इससे पहले कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने अपनी किताब के एक चैप्टर में हिंदुत्व को आतंकी संगठन आईएसआईएस और बोको हरम जैसा संगठन बताया था जबकि पी चिदंबरम ने कहा था, अयोध्या पर गलत फैसला हुआ, अन्याय हुआ। हालांकि दोनों पक्षों ने इसे स्वीकार कर लिया इसलिए अब इसे सही फैसला कह सकते हैं लेकिन फैसला गलत था। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया था कि आरएसएस सिर्फ फूट डालो और राजनीति करो की लाइन पर चलता है। देश में हिंदू खतरे में नहीं हैं बल्कि फूट डालो और राज करो की मानसिकता खतरे में है।