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'पहलगाम हमले के पीड़ित परिवारों को न्याय मिलकर रहेगा', पीएम मोदी ने फिर लिया आतंक के खात्मे का संकल्प

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को पहलगाम आतंकवादी हमले की निंदा की और "अपने दिल में गहरी पीड़ा"...
'पहलगाम हमले के पीड़ित परिवारों को न्याय मिलकर रहेगा', पीएम मोदी ने फिर लिया आतंक के खात्मे का संकल्प

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को पहलगाम आतंकवादी हमले की निंदा की और "अपने दिल में गहरी पीड़ा" की बात कही। साथ ही उन्होंने पीड़ितों के परिवारों को आश्वस्त किया कि "हमले के षड्यंत्रकारियों और अपराधियों को कठोरतम जवाब मिलेगा।"

प्रधानमंत्री ने कहा, "न्याय मिलेगा।" पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए हमले को आतंकवाद के संरक्षकों की हताशा का संकेत बताते हुए उन्होंने कहा कि यह उनकी कायरता को उजागर करने वाला कृत्य है।

मन की बात के 121वें एपिसोड में प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकी हमले को आतंकवाद के पीछे छिपे लोगों द्वारा कश्मीर में शांति भंग करने का प्रयास बताया।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "आज जब मैं आपसे अपने दिल की बात कर रहा हूं, तो मेरे दिल में गहरी पीड़ा है। 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकवादी हमले ने देश के हर नागरिक को दुखी कर दिया है। हर भारतीय पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना रखता है, चाहे वह किसी भी राज्य से हो, कोई भी भाषा बोलता हो। मैं समझता हूं कि आतंकवादी हमले की तस्वीरें देखने के बाद हर नागरिक गुस्से से उबल रहा है।"

प्रधानमंत्री ने कहा, "जब कश्मीर में शांति लौट रही थी, तो देश और जम्मू-कश्मीर के दुश्मनों को यह पसंद नहीं आया। आतंकवादी और उनके आका चाहते हैं कि कश्मीर फिर से बर्बाद हो जाए, इसलिए ऐसी साजिश रची गई।" 

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवाद के खिलाफ चल रही लड़ाई में देश की एकता ही सबसे बड़ी ताकत है और उन्होंने देश से इस चुनौती का सामना करने के लिए अपने संकल्प को मजबूत करने का आग्रह किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि पर्यटकों की बढ़ती संख्या, लोगों की बढ़ती आय और क्षेत्र में लोकतंत्र का मजबूत होना हमले के लिए जिम्मेदार ताकतों को स्वीकार नहीं है।

उन्होंने कहा, "पहलगाम में यह हमला आतंकवाद के संरक्षकों की हताशा को दिखाता है, उनकी कायरता को दिखाता है... ऐसे समय में जब कश्मीर में शांति लौट रही थी, स्कूल-कॉलेजों में रौनक थी, निर्माण कार्यों ने अभूतपूर्व गति पकड़ी थी, लोकतंत्र मजबूत हो रहा था, पर्यटकों की संख्या रिकॉर्ड दर से बढ़ रही थी, लोगों की आय बढ़ रही थी और युवाओं के लिए नए अवसर पैदा हो रहे थे। देश के दुश्मनों, जम्मू-कश्मीर के दुश्मनों को यह पसंद नहीं आया।"

प्रधानमंत्री मोदी ने दोहराया कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में देश की एकता सबसे बड़ी ताकत है और उन्होंने ऐसी चुनौतियों का सामना करने में राष्ट्र की एकजुटता और 140 करोड़ भारतीयों के दृढ़ संकल्प के महत्व पर बल दिया।

उन्होंने कहा, "आतंकवाद के खिलाफ इस युद्ध में देश की एकता, 140 करोड़ भारतीयों की एकजुटता, हमारी सबसे बड़ी ताकत है। यह एकता ही आतंकवाद के खिलाफ हमारी निर्णायक लड़ाई का आधार है। देश के सामने आई इस चुनौती का सामना करने के लिए हमें अपना संकल्प और मजबूत करना होगा। एक राष्ट्र के रूप में हमें दृढ़ इच्छाशक्ति का परिचय देना होगा। आज दुनिया देख रही है, इस आतंकी हमले के बाद पूरा देश एक स्वर में बोल रहा है।"

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमले के बाद दुनिया भर से संवेदनाएं आ रही हैं तथा वैश्विक नेताओं ने घटना की कड़ी निंदा की है।

पीएम मोदी ने कहा, "साथियों, जो गुस्सा हम भारत के लोगों में है, वो गुस्सा पूरी दुनिया में है। इस आतंकी हमले के बाद, दुनिया भर से लगातार संवेदनाएं आ रही हैं। वैश्विक नेताओं ने मुझे फोन भी किया है, पत्र भी लिखे हैं, संदेश भी भेजे हैं। सभी ने इस जघन्य आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।"

उन्होंने कहा, "आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई में पूरा विश्व 1.4 अरब भारतीयों के साथ खड़ा है। एक बार फिर, मैं पीड़ित परिवारों को आश्वासन देता हूं कि उन्हें न्याय मिलेगा। इस हमले के षड्यंत्रकारियों और अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी।"

पहलगाम में 22 अप्रैल को हुआ हमला, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई, 2019 के पुलवामा हमले के बाद घाटी में सबसे घातक आतंकवादी हमलों में से एक है, जिसमें 40 सीआरपीएफ जवान मारे गए थे। 

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