मणिपुर मुद्दे को लेकर विपक्षी दल मॉनसून सत्र की शुरुआत से ही सत्ता पक्ष पर हमलावर हैं। अब राज्य की वर्तमान स्थिति का आंकलन करने के लिए और संसद में अपने पक्ष को मज़बूत करने के लिए पूर्वोत्तर राज्य पहुंचे INDIA गठबंधन के प्रतिनिधिमंडल पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने निशाना साधा।
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा, "हम संसद में चर्चा के लिए तैयार हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी कहा है कि हम इस (मणिपुर) मुद्दे पर चर्चा करना चाहते हैं, लेकिन वे (विपक्ष) इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसा नहीं करना चाहिए।"
#WATCH | Union Minister Arjun Ram Meghwal, says "We are ready for discussion in Parliament. Defence Minister Rajnath Singh and Union HM Amit Shah have also said that we want to have discussions on this (Manipur) issue, but they (Opposition) are trying to politicise the issue.… pic.twitter.com/Ex3sRdKt51
— ANI (@ANI) July 29, 2023
बता दें कि विपक्षी गठबंधन, I.N.D.I.A का एक 21-सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल इम्फाल पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि हिंसा प्रभावित मणिपुर की उनकी दो दिवसीय यात्रा का उद्देश्य "वास्तविक स्थिति का आकलन करना होगा"। अधीर रंजन चौधरी ने कहा, "पीएम ने अभी तक मणिपुर जाने की कोशिश भी नहीं की है। विपक्ष से झटका मिलने के बाद ही केंद्र की नींद खुली।''
मेघवाल से पहले अनुराग ठाकुर ने कहा था, "यह दौरा महज दिखावा है। जब पिछली सरकारों के तहत मणिपुर जल रहा था तब विपक्षी गठबंधन ने कभी कुछ नहीं बोला। जब वे मणिपुर से लौटेंगे, मैं अधीर रंजन चौधरी से अनुरोध करूंगा कि अपने दल को लेकर पश्चिम बंगाल भी आएं। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या वह पश्चिम बंगाल में महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार का समर्थन करते हैं।"
गौरतालब है कि मणिपुर उच्च न्यायालय के एक आदेश से राज्य में जातीय संघर्ष और हिंसा भड़क उठी है, जिसमें राज्य सरकार से मेइती समुदाय को अनुसूचित जनजातियों की सूची में जोड़ने पर विचार करने के लिए कहा गया। उल्लेखनीय है कि मणिपुर के मुद्दे पर संसद में भी गतिरोध जारी है।