भाजपा की परिवर्तन यात्रा के तहत मुरादाबाद में आयोजित जनसभा में मोदी ने देश को नकद लेनदेन से मुक्ति दिलाने का आह्वान करते हुए मोबाइल के जरिये खरीद फरोख्त करने का सुझाव दिया और नौजवानों से अपील की कि वे देशवासियों को मोबाइल के जरिये लेनदेन करना सिखाएं। उन्होंने कहा, आपने वो सरकारें अब तक देखी हैं जो अपने लिए काम करती हैं। आपके लिए काम करने वाली सरकार भाजपा ही हो सकती है। मोदी ने कहा, इस देश को भ्रष्टाचार ने बर्बाद किया है। गरीब का हक छीना है। हमारी सभी मुसीबतों की जड़ में भ्रष्टाचार है। कानून का उपयोग करके बेईमान को ठीक करना होगा। भ्रष्टाचार को ठिकाने लगाना होगा। मोदी बोले, हिन्दुस्तान की पाई-पाई पर अगर किसी का अधिकार है तो सवा सौ करोड़ देशवासियों का है। हम तो फकीर आदमी हैं, झोला लेकर चल पड़ेंगे। नोटबंदी के फैसले को सही बताते हुए मोदी ने कहा कि गरीबों का हक छीनने वालों को अब हिसाब देना पड़ रहा है।
मोदी ने कहा कि जब जनधन खाता खोला गया था तब गरीबों को भी पता नहीं था कि ये कैसे काम आएगा। अब बताइये, काम आ रहा है कि नहीं। उन्होंने जनधन खाताधारकों से अपील की कि जितने पैसे उनके बैंक में आए हैं, कोई कितना भी दबाव डाले उसे नहीं निकालें। अगर रखे रखा तो मैं कोई रास्ता खोजूंगा। मैं दिमाग लगा रहा हूं अभी। दिमाग खपा रहा हूं। गरीब के खाते में जिन्होंने गैर कानूनी ढंग पैसा से डाला है वो जाए जेल में और गरीब के घर में जाए रूपया। मोदी बोले, मैं हैरान हूं। आपने देखा होगा अच्छे-अच्छे लोगों के चेहरे से चमक चली गई है। पहले पूरा दिन मनी-मनी करते थे अब मोदी-मोदी बोल रहे हैं। मैं देशवासियों को फिर कहता हूं कि आपको कष्ट हो रहा है और देश के लिए आप कष्ट झेल भी रहे हैं। लोग आपको आकर भड़काने की कोशिश करते हैं।
कैशलेस अर्थव्यवस्था की वकालत करते हुए मोदी ने कहा कि अब मोबाइल फोन में ही बैंक आ गया है। एटीएम पर जाकर नोट निकालना अब जरूरी नहीं है। आप अपने मोबाइल से भी खर्च कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बेईमानी का पैसा बाहर निकालना है और भ्रष्टाचार समाप्त करना है। भविष्य में ये बीमारी खड़ी न हो, इसके लिए भी दरवाजे बंद करने हैं। उन्होंने कहा, बेईमानी के सारे दरवाजे बंद करने के लिए मुझे मदद चाहिए। नोट छाप-छाप कर हम बेईमान की मदद नहीं करना चाहते। मोदी ने नोटबंदी से किसानों को समस्या होने की विपक्ष की दलील को खारिज करते हुए कहा, मैं किसानों का विशेष रूप से वंदन करना चाहता हूं कि तकलीफ के बावजूद बुवाई में कमी नहीं आई। पिछले साल से बुवाई बढ़ी है। विरोधी भ्रम फैला रहे हैं और निराशा का वातावरण पैदा कर रहे हैं। उन्होंने कहा, बेईमानों को संदेश दीजिए। तालियां बजाकर संदेश दीजिए कि देश बेईमानी को स्वीकार नहीं करेगा ईमानदारी की ओर चलेगा।