प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को तमिलनाडु के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, भाजपा की तमिलनाडु इकाई की अध्यक्ष तमिलीसाई सुंदरराजन ने सोमवार को कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना शुरू करने के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए 'नामित’ किया है।
राज्य भाजपा प्रमुख के कार्यालय की तरफ से जारी प्रेस रिलीज में बताया गया कि तमिलीसाई सुंदरराजन के पति प्रोफेसर पी सुंदरराजन ने भी मोदी को नोबेल के लिए नामित किया है। उनके पति एक निजी विश्वविद्यालय में नेफ्रोलॉजी विभाग के प्रमुख हैं।
विज्ञप्ति में कहा गया है,‘दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) की शुरुआत करने के लिए डॉ. तमिलीसाई सुंदरराजन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को नोबेल शांति पुरस्कार 2019 के लिए नामित किया है।’
बता दें कि स्वीडिश उद्योपति और डायनामाइट के आविष्कारक अल्फ्रेड नोबल ने इन पुरस्कारों की स्थापना की थी। यह पुरस्कार चिकित्सा, भौतिकी, रसायन विज्ञान, साहित्य तथा शांति के लिए दिया जाता है। सबसे पहला नोबल 1901 में नोबल की मौत के पांच वर्ष बाद दिया गया था। अल्फ्रेड नोबल की स्मृति में ही इकोनॉमिक अवॉर्ड बैंक ऑफ स्वीडन की ओर से दिया जाता है। इसकी शुरुआत 1968 में हुई थी।
नोबल पुरस्कार के लिए दुनिया भर में प्रविष्ठियां आती हैं। इसमें विश्वविद्यालयों के प्रोफेसर, वकील, कानून निर्माता, पूर्व में नामित हो चुके लोग तथा पुरस्कार प्राप्त कर चुके लोग भी शामिल होते हैं। यहां तक कि समिति में शामिल लोग भी अपना नाम पुरस्कार के लिए दे सकते हैं।
अबतक भारत में मदर टेरेसा और कैलाश सत्यार्थी को शांति के लिए नोबेल पुरस्कार मिले हैं। इसके अलावा साहित्य के क्षेत्र में रविंद्र नाथ टैगोर, भौतिकी के क्षेत्र में डॉक्टर सीवी रमन, अर्थशास्त्र में अमर्त्य सेन को भी नोबेल पुरस्कार मिल चुका है।