भाजपा और शिवसेना के बीच तल्खियां जारी है। इस बीच शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता के सपनों के लिए नहीं, आम आदमी के सपनों लिए लड़ रहा हूं।
ठाकरे ने पार्टी के मुखपत्र सामना को दिये गये इंटरव्यू में मोदी सरकार के खिलाफ लाए गये अविश्वास प्रस्ताव पर कहा, “मैं अविश्वास प्रस्ताव के बारे में यही कह सकता हूं कि जब उधर लोकसभा में रणक्रंदन जारी है, मैं शांति से आपसे बातचीत कर रहा हूं। इसकी वजह यह है कि मुझे संतुष्टि है कि शिवसेना पिछले चार वर्षों में विभिन्न विषयों पर जो भूमिका रखती आई वही भूमिका अब अन्य लोगों को अपनानी पड़ रही है।”
एक और सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हम किसी एक के मित्र नहीं बल्कि भारतीय जनता के मित्र हैं। बातचीत में उद्धव ने इशारों-इशारों में भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि शिकार तो मैं ही करूंगा, लेकिन इसके लिए मुझे ना तो किसी दूसरे के कंधे की जरूरत होगी और ना ही बंदूक की।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा, ''सरकार को मतदान करना होता तो इतने दिनों तक हम सरकार के निर्णय पर हमला क्यों बोलते? आज जो सब लोग मिलकर बोल रहे हैं, वह भूमिका शिवसेना ने पहले ही रखी थी. फिर चाहे वह नोटबंदी की हो, जीएसटी की हो, भूसंपादन कानून की हो, कोई भी विषय ले लो, आज सभी लोग एक होकर बोल रहे हैं। लेकिन उस वक्त इसके खिलाफ बोलने का साहस सिर्फ शिवसेना ने ही दिखाया।”
गौरतलब है कि शुक्रवार को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा और वोटिंग में शिवसेना ने भाग नहीं लिया था। जबकि शिवसेना केंद्र और महाराष्ट्र में एनडीए सरकार की सहयोगी है। शिवसेना के इस रुख से भाजपा नाराज है। यही कारण है की रविवार को मुंबई पहुंचे अमित शाह ने भाजपा नेताओं से कहा कि वह 2019 लोकसभा में सभी सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए तैयारी करें।