देश के संवैधानिक इतिहास में यह शायद पहली बार हुआ है कि मुख्यमंत्री और मंत्रियों को शपथ राजभवन से तय समय के बाद दिलवाई गई हो। उत्तराखंड ने इस मामले में भी इतिहास बना दिया है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को तय समय शाम पांच बजे के 13 मिनट बाद शपथ ली। इस दौरान राजभवन परिसर में बैठे लोग समझ ही नहीं पाए कि आखिरकार देरी क्यों हो रही है।
विगत रविवार की शाम पांच बजे सीएम पुष्कर को अपने सहयोगियों के साथ शपथ लेनी थी। सभी लोग वक्त से पहले ही पहुंच गए थे। तय समय पर राज्यपाल भी मंचासीन हो गए हैं। बताया जा रहा है कि शपथ से पहले काबीना मंत्री यतीश्वरानंद ने किसी ज्योतिषी से बात की। वहां से बताया गया कि पांच बजे का समय ठीक नहीं है।
13 मिनट बाद सही समय है। बताया जा रहा है कि काबीना मंत्री ने नामित सीएम को फोन किया और पूरी बात बताई। सीएम ने फोन राज्यपाल से बात की। इसके बाद पांच बजे समारोह शुरू नहीं हुआ। बल्कि मंचासीन लोगों को निगाहें अपनी घड़ी पर लगीं रहीं। शाम के ठीक 5.13 पर शपथ ग्रहण समारोह शुरू हुआ।
एक समाचार चैनल “के न्यूज” पर इस पर गहन रिसर्च की और साथ ही अंक ज्योतषियों से बात की। अंक ज्योतियों का कहना था कि सीएम ने जिस वक्त शपथ ली है, वो समय उचित नहीं था। गणना के अऩुसार सीएम की घोषणाएं पूरी नहीं हो पाएंगी। के न्यूज के अनुसार वास्तुशास्त्री पंकज कलखुडिया का कहना है कि ये समय शुभ नहीं था। इस पूरे दिन राहुकाल, भद्रा मुहूर्त, और भरडी नक्षत्र था। जो राज्य के लिए सही नहीं है।