समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पर करारा हमला बोला है। सपा प्रमुख का बयान ऐसे समय में आया जब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी के साथ ईडी की लगातार तीसरे दिन पूछताछ चल रही है। इस पूछताछ को लेकर कांग्रेस की ओर से लगातार केंद्र सरकार और जांच एजेंसियों पर हमला हो रहा है। अब अखिलेश यादव ने ईडी का नया मतलब ही दे दिया है। ईडी का मतलब उन्होंने ‘एक्जामिनेशन इन डेमोक्रेसी’ करार दिया है।
अखिलेश यादव ने बुधवार को ट्वीट कर जांच एजेंसियों की ओर से हो रही कार्रवाई पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि ईडी का मतलब अब ‘एक्जामिनेशन इन डेमोक्रेसी’ बन गया है। राजनीति में विपक्ष को ये परीक्षा पास करनी होती है। अखिलेश ने कहा कि जब सरकार स्वयं फेल हो जाती है, तब वह इस परीक्षा की घोषणा करती है। जिनकी तैयारी अच्छी होती है वो न तो लिखा-पढ़ी की परीक्षा से डरते हैं, न मौखिक से और कभी डरना भी नहीं चाहिए।
अखिलेश ने कहा कि डेमोक्रेसी में सोचिए परीक्षा हो रही है और इस तरह सरकार हमेशा करती आई हैं जो सरकार ताकतवर है। आज उत्तर प्रदेश में देख लो लेखपाल तहसीलदार एसडीएम मिल जाए वह आपके घर को गिरा देंगे आज किसी की भी जमीन किसी के नाम पर चढ़ा देंगे। आपके 1 एसओ से संबंध अच्छे हो, मिठाई ठीक दे दे तो किसी पर भी मुकदमा करा सकते हैं यह ईडी की परंपरा से लोगों को परेशान किया जा रहा है। ये संस्कृति बंद होना चाहिए। अगर कभी कांग्रेस ने किया है तो बीजेपी को उस का उदाहरण नहीं बनना चाहिए।
वहीं, नुपूर शर्मा मामले पर सपा नेता ने कहा कि बीजेपी अगर कहती है कि हम संविधान और कानून के साथ हैं तो कानून के तहत अपने कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं। बीजेपी को संकल्प लेना चाहिए कि ऐसे प्रवक्ता जो किसी को अपमानित करते हैं, किसी के धर्म के खिलाफ बोलते हैं, उन्हें आजीवन पार्टी से बाहर निकालने का संकल्प लेना चाहिए।