कर्नाटक विधानसभा चुनाव नतीजों में किसी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है। भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है तो कांग्रेस ने जेडीएस के समर्थन का एेलान कर बड़ा दांव खेल दिया है। सरकार की चाबी अब राज्यपाल वजुभाई वाला के पास आ गई है।
वजुभाई नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाते हैं और गुजरात भाजपा के कद्दावर नेता रहे हैं। कभी उन्होंने मोदी के लिए सीट छोड़ी थी।
जब राजकोट में कांग्रेस कभी हारती नहीं थी, लेकिन 1980 के बाद कांग्रेस इस सीट पर कभी जीत नहीं पाई और इसकी वजह थे वजुभाई वाला, कर्नाटक के मौजूदा गवर्नर। वजुभाई वाला ने 2002 में नरेंद्र मोदी के लिए अपनी राजकोट सीट खाली थी। उस वक्त नरेंद्र मोदी सीएम बन चुके थे और मोदी ने तब 45 हजार से ज्यादा वोटों से प्राप्त कर जीत दर्ज की थी।
नरेंद्र मोदी ने राजकोट की जगह मणिनगर से चुनाव लड़ा और वजुभाई वाला वापस अपनी राजकोट सीट पर आए। मोदी के नेतृत्व वाली गुजरात सरकार में वित्त मंत्री भी रहे। इससे उनकी मोदी से करीबी का अंदाजा लगाया जा सकता है। केंद्र की सत्ता में आने के बाद मोदी ने वजुभाई वाला को 2014 में कर्नाटक का बनाया।