अगले साल पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसमें पंजाब भी शामिल है। वहीं, राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच वर्चस्व की लड़ाई जारी है। सिद्धू का कहना है कि उनके कैप्टन राहुल गांधी हैं। इस बीच अब ये संकेत प्रदेश पार्टी प्रभारी हरीश रावत ने दिए हैं कि अगले साल होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव में कैप्टन अमरिंदर सिंह ही कांग्रेस की तरफ से उम्मीदवार होंगे।
दरअसल,राज्य कांग्रेस में जारी घमासान के बीच बुधवार को पार्टी के बड़े नेता उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के प्रभारी रहीश रावत से मिलने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने संकेत दिया है कि जिस तरह की मांग कैप्टन अमरिंदर के खिलाफ की जा रही है, वो पूरी नहीं होगी। पार्टी कैप्टन की अगुवाई में ही आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेगी।
रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शामिल परगट सिंह, मंत्री सुखजिंदर रंधावा, चरणजीत सिंह, सुखविंदर और राजेंद्र सिंह ने रावत से मुलाकात की। इस तरह के भी अनुमान हैं कि ये नेता अब कांगेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मुलाकात कर सकते हैं।
इनमें से कुछ ने कल दिल्ली में आला हाईकमानों से भी मुलाकात की थी। कैप्टन के खिलाफ खुली बगावत छेड़ते हुए मंगलवार को चंडीगढ़ में केबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा के घर हुई बैठक में चार केबिनेट मंत्रियों और 25 विधायकों ने कांग्रेस हाईकमान से 2022 के चुनाव से पहले कैप्टन को मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटाने की मांग की। बैठक के बाद पंजाब कांग्रेस के नवनियुक्त महासचिव प्रगट सिंह के साथ असंतुष्ट विधायकों का पक्ष लेकर 4 कैबिनेट मंत्री हाईकमान से मिलने के लिए दिल्ली पहुंचे। मंत्रियों में तृप्त राजिंदर बाजवा, सुखजिंदर सिंह रंधावा, सुख सरकारिया और चरणजीत सिंह चन्नी हैं।