उन्नाव में हुए जघन्य बलात्कार और फिर पीड़िता की कार की दुर्घटना को लेकर सामाजिक और राजनीतिक जगत से इंसाफ की मांग तेज हो गई है। इस बीच कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती और दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल ने इस मामले में तेजी से इंसाफ करने और दोषियों को सजा देने की मांग उठाई है। अखिलेश यादव आज पीड़िता से मिलने लखनऊ ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। उन्होंने यहां रेप पीड़िता से मुलाकात की। इस बीच उन्होंने लखनऊ के ट्रामा सेंटर के बाहर धरने पर बैठे पीड़ित परिवार से मुलाकात कर मदद का भरोसा दिया।
इस हादसे को लेकर विपक्षी नेता बीजेपी पर हमलावर हैं। सत्ता पक्ष के बाहुबली विधायक से जुड़ा केस होने के चलते इस सड़क हादसे को कई एंगल से देखा जा रहा है।
पुलिस की लापरवाही से हुआ यह सब: अखिलेश यादव
ट्रामा सेंटर के बाहर मौजूद मीडिया से बातचीत में अखिलेश यादव ने यूपी की योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि पीड़ित परिवार की मदद नहीं कर रही सरकार। पुलिस की लापरवाही से हुआ यह सब। उन्होंने कहा कि इस घटना के लिए सरकार जिम्मेदार है। देश के प्रधानमंत्री यूपी से, राष्ट्रपति यूपी से और योगी मुख्यमंत्री के होते एक पीड़ित बेटी को इंसाफ नहीं मिल रहा। उन्होंने कहा कि इस घटना की जांच सिटिंग जज के नेतृत्व में गठित एसआईटी से कराई जाए, ताकि घटना की सच्चाई सामने आ सके। उन्होंने कहा कि पुलिस वही बोलती है जो सरकार बुलवाना चाहती है।
प्रियंका गांधी ने की पीएम मोदी से अपील
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने एक बार फिर उन्नाव रेप के आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर को बीजेपी से निकलाने की की बात कही है। लेकिन इस बार प्रियंका ने पीएम मोदी से सेंगर और उसके भाई की शक्तियां छीनने की अपील की है। प्रियंका ने लिखा- मिस्टर प्राइम मिनिस्टर, भगवान के लिए इस अपराधी और उसके भाई को आपकी पार्टी ने जो ताकत दी है उसे छीन लीजिए। अभी भी देर नहीं हुई।
योगी सरकार पर साधा निशाना
प्रियंका गांधी ने आगे प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा है कि आखिर हम कुलदीप सेंगर जैसे लोगों को इतनी ताकत और राजनीतिक संरक्षण कैसे दे देते हैं और पीड़ितों को अपनी लड़ाई अकेले लड़ने लड़ने के लिए छोड़ देते हैं। एफआईआर से साफ है कि परिवार को डराया धमकाया गया था और वो सहमा हुआ था। इसमें सुनियोजित दुर्घटना की संभावना का भी जिक्र है।
लखनऊ पहुंची महिला आयोग की टीम
राष्ट्रीय महिला आयोग ने उन्नाव रेप पीड़िता के मामले पर कहा, हमारी एक टीम रेप पीड़िता, उसके परिवार, जीडीपी, आईओ और एसएसपी से मिलने लखनऊ पहुंची है। टीम ने पीड़िता की मां से मुलाकात की, लेकिन डॉक्टरों ने पीड़िता से मिलने नहीं दिया। टीम अब यूपी डीजीपी से मुलाकात करेगी।
पूरा का पूरा सिस्टम कुलदीप को बचाने में लगा है: दिल्ली महिला आयोग
बीजेपी और यूपी सरकार आंख मूंदकर बैठी है। कहीं ना कहीं ये सारे काम कुलदीप सिंह सेंगर के द्वारा हुए थे। सरकार पूरे मामले पर चुप्पी साधे बैठी है। अगर वो विधायक बना रहा तो जेल प्रशासन और अस्पताल भी उसकी जेब में है। यूपी सरकार को दिल्ली महिला आयोग की मदद करनी चाहिए। पीड़िता और वकील को एयर लिफ्ट द्वारा दिल्ली के अस्पताल में ले जाना चाहिए वहां हमने फ्री इलाज की व्यवस्था की है। सीएम योगी को महिला आयोग द्वारा लिखा गया था पत्र, लेकिन कोई जवाब नही आया और यूपी सरकार का कोई भी नुमाइंदा नही आया। पूरा का पूरा सिस्टम कुलदीप को बचाने में लगा है।
रेप के आरोपियों को बीजेपी दे रही संरक्षण: मायावती
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने उन्नाव रेप पीड़िता के चाचा की रिहाई को लेकर एक ट्वीट किया। उन्होंने यूपी सरकार पर आरोपियों से मिलीभगत का आरोप लगाया। इसके बाद दूसरे ट्वीट में मायावती ने बीजेपी सांसद साक्षी महाराज का रेप के आरोपी से जेल में मिलने का जिक्र किया।
‘गैंग रेप आरोपियों को लगातार सत्ताधारी बीजेपी का संरक्षण मिल रहा है’
उन्होंने कहा कि साक्षी महाराज द्वारा जेल में रेप आरोपी बीजेपी विधायक से मिलना यह प्रमाणित करता है कि गैंग रेप आरोपियों को लगातार सत्ताधारी बीजेपी का संरक्षण मिल रहा है, जो इंसाफ का गला घोटने जैसा है। माननीय सुप्रीम कोर्ट को इसका संज्ञान अवश्य लेना चाहिए।
‘चाचा को परोल पर रिहा नहीं होने देना अति-अमानवीय’
इसके साथ ही, मायावती ने कहा, उन्नाव गैंगरेप पीड़िता के परिवार वालों की संदिग्ध हत्या के बाद उनके अन्तिम संस्कार हेतु चाचा को परोल पर रिहा नहीं होने देना अति-अमानवीय जो यूपी सरकार की इस काण्ड में मिलीभगत को साबित करता है। परोल की माँग को लेकर रिश्तेदार मेडिकल कालेज में धरने पर बैठे है, सरकार तुरन्त ध्यान दे।
अस्पताल के बाहर धरने पर बैठा पीड़िता का परिवार
बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर रेप का आरोप लगाने वाली पीड़िता फिलहाल अस्पताल में मौत और जिंदगी के बीच की जंग लड़ रही है। सड़क हादसे के बाद पीड़िता और उसके वकील की हालत गंभीर है। अब पीड़िता का परिवार अस्पताल के बाहर धरने पर बैठा हुआ है। उनकी मांग है कि जेल में बंद पीड़िता के चाचा को परोल पर बाहर लाया जाए और उन पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं। रविवार को हुए सड़क हादसे में पीड़िता की मौसी और चाची की मौत हो गई थी।
यूपीसरकार ने एक्सीडेंट की जांच सीबीआई से करवाने की सिफारिश की
उत्तर प्रदेश सरकार ने उन्नाव से बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर रेप का आरोप लगाने वाली पीड़िता की रायबरेली में हुई सड़क दुर्घटना की जांच सीबीआई को सौंपेने की सोमवार देर रात केंद्र सरकार से सिफारिश कर दी। इस बारे में एक औपचारिक अनुरोध भारत सरकार को भेजा गया है।