पंजाब में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की उलझने कुछ हद कर सुलझती हुई नजर आ रही है। शुक्रवार सुबह कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में पद संभाल लिया है। कमान संभालते ही सिद्धू ने बुलंद स्वर में कह दिया कि उनका मिशन पंजाब को जिताना है।
इस दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ और कांग्रेस नेता हरीश रावत साथ नजर आए। सिद्धू के साथ पार्टी आलाकमान ने पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए राज्य में चार कार्यकारी अध्यक्ष भी नियुक्त किए हैं।
आजतक की खबर के मुताबिक पंजाब प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद नवजोत सिंह सिद्दू ने कहा कि देश का किसान दिल्ली की सड़कों पर धरना दे रहा है, सबसे बड़ा विवाद यहीं है। कार्यकर्ता के विश्वास में भगवान की आवाज है। हम कार्यकर्ताओं की आवाज को सुनेंगे। नवजोत सिंह सिद्दू ने आगे कहा कि क्यों चोरों की चोरी पकड़ी ना जाए और क्यों महंगी बिजली खरीदी जाए।
सिद्धू ने कहा कि मेरी प्रधानी का सबसे बड़ा मिशन किसानों को ताकत देना ही है। सिद्धू ने कहा, "किसान मोर्चा वालों में मिलना चाहता हूं, मेरी चमड़ी मोटी है, मेरा मिशन एक ही है।"
इस दौरान सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह भी वहां मौजूद दिखे। कैप्टन ने कार्यक्रम में कहा कि जब सोनिया गांधी ने उन्हें बताया कि वे नवजोत सिंह सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाना चाहते हैं, तो मैंने कहा कि वह उनके फैसले का स्वागत करेंगे। वह और सिद्दू दोनों मिलकर काम करेंगे।
बता दें कि सिद्धू और कैप्टन के बीच में तल्खियां सालों से है। अमरिंदर सिद्धू को पंजाब इकाई के कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने के पक्षधर भी नहीं थे। लेकिन आज दोनों की मुलाकात के बाद नए सियासी संकेत मिले हैं। बता दें कि पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और पंजाब कांग्रेस के चार नवनियुक्त कार्यकारी अध्यक्ष कुलजीत सिंह नागरा, पवन गोयल, सुखमिंदर सिंह डैनी और संगत सिंह गिलजियां आज कार्यभार ग्रहण करेंगे