राज्यसभा में लगातार हो रहे गतिरोध के चलते सभापति ने सभी दलों के नेताओं को बुलाकर आपस में सहमति बनाने को लेकर बातचीत की। बैठक के बाद उपराष्ट्रपति ने कहा कि बैठक अच्छी रही। बैठक के बाद संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मीडियाकर्मियों से कहा कि बैठक में सार्थक चर्चा हुई। संसद के कामकाज को लेकर कई दलों के सदस्यों ने अपनी चिंता व्यक्त की। सभी ने निर्णय किया कि सदन में कामकाज चलना चाहिए। यह तय किया गया कि अधिक देर तक बैठकर लंबित सरकारी विधेयकों को पारित किया जायेगा।
बैठक के बारे में राज्यसभा में कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद ने बताया कि बैठक में किसी नई बात को लेकर चर्चा नहीं हुई। उन्होने बताया कि कांग्रेस कुछ विधेयकों कराने पर सहमत हुई है लेकिन जीएसटी को लेकर कोई स्थिति साफ नहीं है। बैठक के दौरान इस बात का जरूर फैसला हुआ कि कीमतों में वृद्धि, बाढ़ एवं सूखा का कृषि पर पड़ने वाले प्रभाव, असहिष्णुता और अरूणाचल प्रदेश के घटनाक्रम जैसे विषयाें पर चर्चा की जाएगी। मुख्तार अब्बास नकवी के मुताबिक सदस्यों ने इस बात पर सहमति व्यक्त की कि सदन के काम का जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपायी कुछ घंटे ज्यादा काम करके की जायेगी।