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नोटबंदी पर आजाद की टिप्पणी को मंत्री ने बताया उद्दंड और राष्ट्र विरोधी

उड़ी आतंकवादी हमले में हुई मौतों को नोटबंदी के दौरान हुई मौतों से जोड़ने को लेकर कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद को आड़े हाथ लेते हुए संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने आज कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री की टिप्पणियां उद्दंड, राष्ट्र विरोधी और शहीदों के लिए अपमानजनक हैं।
नोटबंदी पर आजाद की टिप्पणी को मंत्री ने बताया उद्दंड और राष्ट्र विरोधी

केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने राज्य सभा में नेता प्रतिपक्ष आजाद की आज की टिप्पणी पर कहा, नोटबंदी के कदम पर जनता की सकारात्मक प्रतिक्रिया के बाद ऐसी टिप्पणियां कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की हताशा और निराशा को जाहिर करती हैं। आजाद ने न सिर्फ उड़ी हमले के शहीदों का अपमान किया बल्कि एक तरह से उन्होंने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों को प्रमाणपत्र भी दे दिया। उनकी टिप्पणियों ने न सिर्फ आम आदमी की भावनाओं को आहत किया है बल्कि हमारे उन सैनिकों के लिए भी एक झटका है जो अपने देश के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं। कुमार ने कहा कि इस तरह की टिप्पणियां उद्दंड, राष्ट्र विरोधी और शहीदों के लिए अपमानजनक हैं। इसलिए हम यह मांग करते हैं कि आजाद भारत के लोगों से बेशर्त माफी मांगे। संसदीय कार्य मंत्री ने दोहराया कि सरकार नोटबंदी को लागू किए जाने से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है और यदि विपक्ष के पास कोई सुझाव है तो उस पर भी विचार करने को तैयार है।

दरअसल, राज्य सभा में विपक्षी नेता आजाद ने उड़ी आतंकवादी हमले में लोगों के मारे जाने को नोटबंदी के संकट के दौरान होने वाली मौतों से जोड़ कर कुछ टिप्पणियां की। आजाद ने कहा कि नोटबंदी पर सरकार के फैसले के बाद 40 लोगों की मौत हुई है और इतनी तादाद में लोग उड़ी स्थित सैन्य शिविर पर हुए आतंकी हमले में भी नहीं मारे गए थे। गौरतलब है कि इस साल सितंबर में उड़ी स्थित सेना के शिविर पर हुए आतंकवादियों के हमले में 19 सैन्यकर्मी शहीद हो गए थे। अनंत कुमार ने बताया, हमने नोटबंदी के लिए विपक्षी पार्टियों से पहले ही अनुरोध किया है। और हम हैरत में हैं कि एक दिन की बहस के बाद कैसे विपक्ष खुद ही बाधक है और इस मुद्दे पर चर्चा से भाग रहा है। कुमार ने कहा कि सरकार नोटबंदी के मुद्दे पर कल से चर्चा शुरू करने को तैयार है। उन्होंने कहा कि यह हैरान करने वाली बात है कि सभी विपक्षी पार्टियों ने कहा है कि वे कालाधन की बुराई के खिलाफ हैं लेकिन वे इस पर चर्चा करने से भाग रही हैं।

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