केंद्र सरकार ने 4 दिसंबर से शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र से पहले 2 दिसंबर को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। बता दें कि 22 दिसंबर को संसद का शीतकालीन सत्र 2023 समाप्त होगा।
सरकार की ओर से संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने 2 दिसंबर को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। सर्वदलीय बैठक आम तौर पर सत्र शुरू होने से एक दिन पहले बुलाई जाती है, इस बार तीन दिसंबर को पांच (चुनावी) राज्यों में वोटों की गिनती के कारण इसे एक दिन पहले बुलाया गया है।
शीतकालीन सत्र पांच राज्यों - राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना में विधानसभा चुनावों के नतीजे घोषित होने के एक दिन बाद आयोजित किया जाएगा।
चुनाव के नतीजों की गूंज सत्र में होने की उम्मीद है। सत्र के दौरान आईपीसी, सीआरपीसी और साक्ष्य अधिनियम को बदलने वाले तीन महत्वपूर्ण विधेयकों पर विचार किया जा सकता है।
सत्र में तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ "कैश फॉर क्वेरी" आरोपों पर आचार समिति की रिपोर्ट पर भी चर्चा होने की संभावना है। समिति ने उन्हें निष्कासित करने की सिफारिश की है। एक तरफ़ जहां सरकार अपने विधायी एजेंडे को आगे बढ़ाने की कोशिश करेगी, वहीं विपक्षी दल उनके लिए चिंता के मुद्दों पर चर्चा के लिए दबाव डाल सकते हैं।