प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को कोरोना टीकाकरण नीति और महामारी पर चर्चा के लिए लोकसभा और राज्यसभा में सभी दलों के नेताओं के साथ बैठक कर सकते हैं। बैठक में कोरोना से निपटने को लेकर एक प्रस्तुति भी दी जाएगी। संसद के मानसून सत्र से एक दिन पहले सोमवार को आयोजित सर्वदलीय बैठक में संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने ऐलान किया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को पार्लियामेंट एनेक्सी में कोरोना महामारी पर दोनों सदनों के सदस्यों को संबोधित करेंगे।
सरकार की इस घोषणा पर आपत्ति जताते हुए विपक्षी दलों ने सवाल उठाया कि जब संसद सत्र चल रहा होगा तो बाहर संबोधन करने की आवश्यकता क्या है। यह बेहद अनियमित है और इसका उद्देश्य मानकों की अनदेखी करना है। पार्लियामेंट एनेक्सी संसद भवन परिसर में एक अलग इमारत है।
वहीं तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ-ब्रायन ने कहा, 'संसद के बाहर जाने की आवश्यकता क्या है। कोई भी संबोधन सदन में होना चाहिए। यह संसद की अनदेखी करने का एक और तरीका है। संसद का मजाक बनाना बंद कीजिए।' उन्होंने कहा, 'सांसद किसी कांफ्रेंस रूम में प्रधानमंत्री या इस सरकार से महामारी पर पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन नहीं देखना चाहते।'
वहीं माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा, उनकी पार्टी का हमेशा से यह रुख रहा है कि जब संसद सत्र चल रहा हो तो सरकार को जो कुछ कहना है वह सदन में कह सकती है।