संसद का मानसून सत्र एक अक्टूबर तक चलना है। लेकिन, कोरोना के बढ़ते खतरे और सांसदों के संक्रमितों होने की वजह से इसे पहले ही खत्म करने पर विचार हो रहा है। शनिवार को लोकसभा बीएसी की बैठक हुई। इसमें इस मुद्दे पर चर्चा हुई। स्पीकर की अध्यक्षता में हुई बैठक में सरकार और विपक्ष, दोनों इस बात पर सहमत हुए की जल्द सत्र को समाप्त किया जाए। मानसून सत्र 14 सितंबर से शुरू किया गया था। समय से पहले सत्र को समाप्त करने पर अंतिम निर्णय संसदीय मामलों की कैबिनेट समिति द्वारा लिया जाएगा।
लोकसभा ने अब तक कृषि क्षेत्र से संबंधित अध्यादेशों को बदलने के लिए तीन विधेयकों को पारित किया है। इसके अलावा, दोनों सदनों ने कोरोना महामारी को लेकर संसद के सदस्यों के वेतन को 30 प्रतिशत कम करने के लिए एक विधेयक को मंजूरी दी है।
सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और प्रह्लाद पटेल सरीखे कई सांसद सत्र के दौरान कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए हैं। कुछ विपक्षी दलों ने सरकार को बताया था कि पूरे 18-दिवसीय सत्र का आयोजन जोखिम भरा हो सकता है। अब तक लगभग 25 सांसद कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं, जिसके बाद उन्हें कार्यवाही में शामिल न होने की सलाह दी गई। स्पीकर द्वारा जारी गाइडलाइन के मुताबिक सांसदों को सत्र में भाग लेने से 72 घंटे पहले अपने कोरोना जांच करवाना है।