Advertisement

कार्यकाल समाप्त होने के बाद विदाई

राज्यसभा में गुरुवार को एक अनूठा नजारा उस समय देखने को मिला जब सदस्यों ने कार्यकाल समाप्त कर चुके तीन सदस्यों को विदाई दी। राज्यसभा में शायद यह पहली बार हुआ की सदस्यों को कार्यकाल समाप्त होने के बाद विदाई दी गई। उससे भी रोचक नजारा यह रहा कि कार्यकाल समाप्त हो चुके माकपा के ऐसे एक सदस्य पी राजीव को फिर से सदन में वापस लाये जाने की सदन के नेता और नेता प्रतिपक्ष ने एक स्वर में मांग की।
कार्यकाल समाप्त होने के बाद विदाई

भाकपा के एमपी अच्युतन, कांग्रेस के वायलार रवि और माकपा के पी. राजीव का छह साल का कार्यकाल 21 अप्रैल को समाप्त हो गया। चूंकि उच्च सदन का सत्रावसान कर दिया गया था और इसकी बैठक पूर्व कार्यक्रम के अनुसार 20 अप्रैल को शुरू नहीं हो पाई, इसलिए इन सदस्यों की सदन में औपचारिक विदाई नहीं हो सकी थी। हालांकि इन तीनों में से कांग्रेस के वायलार रवि फिर से निर्वाचित होकर उच्च सदन में आ गये हैं।

सदन के नेता अरुण जेटली ने माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी से कहा कि वह राजीव को सदन में फिर से लाने के बारे में विचार करें। विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने जेटली की मांग का समर्थन करते हुए राजीव को नियमों का एनसाइक्लोपीडिया बताया। सभापति हामिद अंसारी ने केरल के इन तीनों सदस्यों को विदाई देते हुए कहा कि हालांकि रवि पुनर्निर्वाचित होकर वापस आ गये हैं, लेकिन सदन राजीव एवं अच्युतन की कमी महसूस करेगा। इन दोनों सदस्यों ने कई अवसरों पर अपनी सक्रिय भागीदारी के जरिये सदन के विचार विमर्श में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने निश्चित तौर पर इस गरिमापूर्ण सदन के सम्मान एवं गरिमा में वृद्धि की है। 

राज्य सभा की कार्यवाही शुरू होने पर सभापति मोहम्मद हामिद अंसारी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा के लिए चुने गए वायलार रवि, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के पी वी अब्दुल वहाब और माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के केके रागेश को सदस्यता की शपथ दिलाई। 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad