अडानी मुद्दे पर मंगलवार को कई इंडिया गठबंधन पार्टियों के सांसदों ने संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया और मामले की संयुक्त संसदीय जांच की अपनी मांग दोहराई। कांग्रेस, आप, राजद, शिवसेना, द्रमुक और वामपंथी दलों के सांसदों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ नारे लगाए और जवाबदेही की मांग की।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, आप के संजय सिंह, राजद की मीसा भारती और शिवसेना (यूबीटी) के अरविंद सावंत ने भी संसद के मकर द्वार की ओर जाने वाली सीढ़ियों पर विरोध प्रदर्शन में भाग लिया।
कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दल अडानी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी और कंपनी के अन्य अधिकारियों पर अमेरिकी अभियोजकों द्वारा रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के आरोप लगाए जाने के बाद संयुक्त संसदीय समिति से जांच की मांग कर रहे हैं।
अरबपति अडानी पर अमेरिका में कथित रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी का आरोप लगाए जाने के बाद, कांग्रेस ने कहा है कि इससे उनके समूह से जुड़े विभिन्न "घोटालों" की संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराने की उसकी मांग "सही साबित" होती है।
अमेरिका में अडानी समूह पर लगे अभियोग ने विपक्षी दलों को इस व्यापारिक समूह के लेन-देन की संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराने की मांग करने का नया मौका दे दिया है। गांधी ने अडानी की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की थी। अडानी समूह ने सभी आरोपों को "निराधार" बताते हुए इनकार किया है।