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आज राज्यसभा में रचा जाएगा इतिहास, लोकसभा से पास महिला आरक्षण बिल अब राज्यसभा में होगा पेश

लोकसभा में महिला आरक्षण विधेयक पेश होने के बाद, 454 सदस्यों ने इस विधेयक के पक्ष में मतदान किया। अब...
आज राज्यसभा में रचा जाएगा इतिहास, लोकसभा से पास महिला आरक्षण बिल अब राज्यसभा में होगा पेश

लोकसभा में महिला आरक्षण विधेयक पेश होने के बाद, 454 सदस्यों ने इस विधेयक के पक्ष में मतदान किया। अब गुरुवार को राज्यसभा में इस विधेयक पर चर्चा की जाएगी। केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल का कहना है कि महिला आरक्षण विधेयक आज राज्यसभा में पारित होने के लिए पेश किया जाएगा।

केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा, ''राज्यसभा में इसे सप्लीमेंट्री बिजनेस के जरिए लाया जाएगा क्योंकि हम कल लोकसभा में देर से पहुंचे थे। लोकसभा सचिवालय इस बारे में बेहतर जानता है। लेकिन मैं आपको बता सकता हूं कि आज राज्यसभा में चर्चा होगी।"

शिव सेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुवेर्दी ने कहा, ''यह खुशी की बात है कि एआईएमआईएम को छोड़कर सभी राजनीतिक दलों में इसे सर्वसम्मति से समर्थन मिला है। वे अधिकारों की बात करते हैं लेकिन जब अधिकारों की बात आती है तो वे इसके खिलाफ वोट करते हैं। यह सुखद है कि सभी ने इसके लिए मतदान किया। यह एक ऐतिहासिक क्षण है। मैं इस बात से बहुत खुश नहीं हूं कि इसे 2024 के चुनावों से नहीं बल्कि किसी भविष्य की तारीख से लागू किया जाएगा। लेकिन मैं कहूंगी कि 'श्री गणेश' हो गया है।''

बीजद (बीजू जनता दल) ने अपने राज्यसभा सांसदों को आज सदन में उपस्थित रहने और महिला आरक्षण विधेयक के पारित होने का समर्थन करने के लिए तीन-लाइन व्हिप जारी किया है।

बीजेडी सांसद सस्मित पात्रा ने कहा, ''हमारे नेता सीएम नवीन पटनायक और बीजेडी की हमेशा से प्रतिबद्धता रही है कि महिला आरक्षण विधेयक संसद में पारित हो. बीजेडी कई वर्षों से यह प्रयास कर रही है। यह एक ऐतिहासिक दिन है। इसे राज्यसभा में पारित किया जाएगा और हमारे नेता नवीन पटनायक के निर्देशानुसार बीजद के सांसदों के लिए तीन लाइन का व्हिप जारी किया गया है। हमारे सभी सांसद राज्यसभा में मौजूद रहेंगे और वे सभी विधेयक के पारित होने के पक्ष में मतदान करेंगे।"

कांग्रेस के राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा, ''कांग्रेस सरकार ने 2010 में यह बिल पेश किया था। यह हमारा बिल है। बीजेपी का लक्ष्य इस बिल को लागू न करना है। बिल का पास होना एक बात है और लागू करना दूसरी बात है। ये सिर्फ एक चुनाव प्रचार है। मैं इस प्रधानमंत्री से कह रहा हूं कि आपको न केवल एससी, एसटी और ओबीसी को आरक्षण देना चाहिए, बल्कि अगर आप मुस्लिम महिलाओं के लिए इतने चिंतित हैं। आपको उन्हें भी आरक्षण देना चाहिए। ये बिल तो पास होना ही था।"

लोकसभा में विधेयक पर बहस में हिस्सा लेते हुए राहुल गांधी ने कहा कि इसमें ओबीसी आरक्षण का भी प्रावधान होना चाहिए। उन्होंने कहा, "मेरे विचार में एक बात है जो इस विधेयक को अधूरा बनाती है। मैं चाहता हूं कि इस विधेयक में ओबीसी आरक्षण को भी शामिल किया जाए।"

राहुल गांधी ने बिल का समर्थन करते हुए पार्टी की ओर से जाति जनगणना की मांग भी उठाई। उन्होंने कहा कि इसके (जाति जनगणना) जरिए ही दलितों, आदिवासियों और अन्य पिछड़े वर्गों की आबादी का पता चल सकेगा।

गौरतलब है कि लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं को 33% सीटें देने वाला महिला आरक्षण विधेयक लोकसभा ने पारित कर दिया। मतदान पर्चियों के जरिए किया गया। बिल के पक्ष में 454 और विरोध में 2 वोट पड़े।

इस बिल के पारित होने के बाद लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में 33% सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हो जाएंगी। महिला आरक्षण बिल पर वोटिंग के दौरान लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उपस्थित रहे।

बता दें कि अब लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं को 33% सीटें देने वाला महिला आरक्षण विधेयक आज राज्यसभा में पेश किया जाएगा।

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