लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में शुक्रवार को मध्य प्रदेश की छह सीटों पर स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान कराने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं। इन छह सीट पर 80 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।उन्होंने बताया कि इन छह सीट टीकमगढ़ (अनुसूचित जाति), दमोह, खजुराहो, सतना, रीवा और होशंगाबाद में मतदान सुबह सात बजे से शाम छह बजे के बीच होगा।
मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुपम राजन ने यहां संवाददाताओं को बताया, ‘‘इस चरण में कुल 1,11,62,460 मतदाता 12,828 मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। कुल मतदाताओं में से 58,32,333 पुरुष, 53,29,972 महिलाएं और 155 ट्रांसजेंडर हैं। कुल मतदान केंद्रों में से 1,136 विशेष रूप से महिलाओं संचालित किए जाएंगे।’’
केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र कुमार टीकमगढ़ से लगातार चौथी बार संसद पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। उनका मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी पंकज अहिरवार से है। भाजपा की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष वी. डी. शर्मा खजुराहो सीट से दूसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं। समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार मीरा यादव का नामांकन पत्र खारिज होने के बाद विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन ने ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक के उम्मीदवार पूर्व आईएएस अधिकारी आरबी प्रजापति का समर्थन करने की घोषणा की है।
राजन ने कहा कि 223 उड़न दस्ते (एफएसटी) और 240 स्थैतिक निगरानी टीम (एसएसटी) निर्वाचन क्षेत्रों पर कड़ी नजर रखेंगी।सीईओ ने बताया कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद से 247.57 करोड़ रुपये की नकदी और अन्य सामान जब्त किया गया है। उन्होंने बताया कि इनमें 20.73 करोड़ रुपये नकद और 22.30 करोड़ रुपये की शराब शामिल है।
सीईओ ने बताया कि लगभग सभी लाइसेंसी हथियार पुलिस के पास जमा करा दिए गए हैं और जिलों से 2,814 अपराधियों को बाहर करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इनमें से अधिकारियों ने 1,200 ऐसे असामाजिक तत्वों को बाहर करने की मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा, 30 लोगों के खिलाफ सख्त राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगाया गया है, जबकि 60 अन्य के खिलाफ भी इसी तरह की कार्रवाई की जा रही है।
अधिकारी के मुताबिक 2014 के आम चुनाव में मध्यप्रदेश में 61.57 प्रतिशत मतदान हुआ था जो 2019 में 10 फीसदी बढ़कर 71.16 प्रतिशत हो गया। लोकसभा चुनाव के तीसरे और चौथे चरण का मतदान सात और 13 मई को होगा। भाजपा ने 2019 के आम चुनाव में मध्य प्रदेश की कुल 29 लोकसभा सीट में से 28 सीट जीतीं, जबकि कांग्रेस केवल छिंदवाड़ा सीट ही जीत सकी।