कांग्रेस ने हरियाणा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जनसभा का हवाला देते हुए बृहस्पतिवार को राज्य से जुड़े कुछ विषयों को लेकर सवाल उठाए और कहा कि प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि यह प्रदेश बेरोजगारी के मामले में नंबर एक क्यों हैं?
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह सवाल भी किया कि क्या प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कभी हरियाणा के युवाओं के लिए बेहतर अवसर पैदा करने की कोई योजना बनाई है?
रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘ बेरोज़गारी के मामले में हरियाणा नंबर 1 क्यों है? भाजपा ने हरियाणा में निजी निवेश धीमा क्यों कर दिया है? भिवानी के लोग स्वच्छ पेयजल और उचित सीवरेज के लिए क्यों आंदोलन करने को मजबूर हो रहे हैं?’’
उन्होंने कहा कि ‘सेंटर फॉर मॉनिटरिंग द इंडियन इकोनॉमी’ (सीएमआईई) के ताज़ा आंकड़ों के मुताब़िक, भारत में सबसे अधिक बेरोज़गारी दर हरियाणा में 37.4 प्रतिशत है।
रमेश ने दावा किया, ‘‘यह राष्ट्रीय औसत से काफ़ी अधिक है। बार-बार वादों और घोषणाओं के बावजूद भाजपा सरकार रोज़गार के स्थाई अवसर उपलब्ध कराने में विफ़ल रही है। पक्की नौकरी के बजाय, वे कौशल रोज़गार निगम के माध्यम से अस्थायी संविदा नौकरियों को बढ़ावा दे रहे हैं। लगभग दो लाख सरकारी पद ख़ाली पड़े हैं। हाल ही में हिसार दूरदर्शन को बंद करने के फ़ैसले ने बेरोज़गारी संकट को और बढ़ा दिया है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि खोखले आश्वासन देकर और ठोस कदम न उठाकर भाजपा ने युवाओं को लगातार निराश किया है। हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीट के लिए 25 मई को मतदान होना है।