कैराना उपचुनाव के बाद लखनऊ में राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने कैराना से नवनिर्वाचित सांसद बेगम तबस्सुम हसन के साथ समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की। वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि इस उपचुनाव के जरिए जनता ने 2019 के लिए बड़ा संदेश दिया है।
रालोद के नेता जयंत चौधरी ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिलने जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट पहुंचे। राष्ट्रीय लोकदल के जयंत चौधरी और कैराना सांसद तबस्सुम हसन ने उनसे मिलकर उनका आभार जताया। साथ ही अखिलेश यादव को रालोद के रोजा अफ्तार कार्यक्रम में आने के लिए निमन्त्रण भी दिया।
कैराना उपचुनाव से विपक्षी दलों ने यह संदेश देने की कोशिश की कि मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा के खिलाफ विपक्ष एकजुट हो रहा है.। ऐसे में यूपी में सपा, बसपा कांग्रेस सहित आरएलडी एक साथ मिलकर 2019 में उतर सकते हैं। कैराना उपचुनाव में आरएलडी उम्मीदवार तबस्सुम हसन के समर्थन में विपक्षी दलों ने अपने उम्मीदवार नहीं उतारे थे। इसका नतीजा था कि तबस्सुम ने भाजपा उम्मीदवार मृगांका सिंह को करीब 42 हजार मतों से मात दी। आरएलडी को मिली जीत से पार्टी प्रमुख चौधरी अजीत सिंह का कद बढ़ गया है। 2019 में मोदी के खिलाफ विपक्षी दलों द्वारा बनाए जा रहे महागठबंधन में आरएलडी भी अब अहम हिस्सा हो सकती है।
वहीं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि कैराना और नूरपुर उपचुनाव बहुत ही महत्वपूर्ण थे। इसमें जनता, किसान और गरीबों के फैसले ने समाजिकता, एकता और भाईचारे का संदेश दिया है। किसान जो मौजूदा सरकार में सबसे ज्यादा परेशान है, उसने संगठित होकर भाजपा को जवाब दिया है। इस उपचुनाव के जरिए जनता ने अगले चुनाव के लिए बड़ा संदेश दिया है। ये जीत है जनता के विश्वास की।