अखिलेश ने रुधे हुए गले से कहा कि मैं अलग पार्टी क्यों बनाऊंगा। मेरे पिता मेरे गुरु हैं और मैं उनके हर फैसले में साथ हूं। अखिलेश ने सपा महासचिव अमर सिंह का नाम लेते हुए कहा कि कुछ लोग तमाम हथकंडे अपनाकर उनके परिवार में विभाजन कराना चाहते हैं। मैं पार्टी के खिलाफ साजिश करने वालों के विरोध में बोलूंगा। नेताजी ने हमें गलत चीजों का विरोध करना सिखाया है।
अखिलेश जब अपनी बात रख रहे थे उसी समय चाचा शिवपाल सिंह यादव ने किसी बात का विरोध किया और कहा कि मुख्यमंत्री झूठ बोल रहे हैं। उसके बाद तो माहौल ही पूरा बिगड़ गया। बैठक में मुलायम, अखिलेश एक दूसरे पर चिल्लाए लेकिन मुलायम ने कहा कि उनके बेटे को हटाया नहीं जाएगा। लेकिन अखिलेश समर्थक अमर सिंह और विधान परिषद के सदस्य आशू मलिक के खिलाफ नारेबाजी करते रहे।