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ममता को एक और झटका, यह सांसद भी कल छोड़ सकती हैं साथ

पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी घमासान जारी है। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद शताब्दी...
ममता को एक और झटका, यह सांसद भी कल छोड़ सकती हैं साथ

पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी घमासान जारी है। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद शताब्दी रॉय ने अपने फेसबुक पर एक पोस्ट के जरिए टीएमसी को अलविदा करने का संकेत दिया है। उनका कहना है कि उन्हें पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी दल के साथ समस्या हो रही है। वह शनिवार को पार्टी के साथ रहने पर निर्णय ले सकती हैं।

अभिनेता से नेता बनी शताब्दी रॉय ने एक पोस्ट में दावा किया कि उन्हें पार्टी के कार्यक्रमों की जानकारी नहीं दी जा रही है। जिससे उन्हें मानसिक पीड़ा हुई है। जिसके बाद वह शनिवार को दोपहर 2 बजे जनता को अपने निर्णय के लिए सूचित करेंगी।

पार्टी सूत्रों के अनुसार रॉय का बीरभूम जिला टीएमसी प्रमुख अनुब्रत मोंडल के साथ मतभेद चल रहा हैं। रॉय का कहना है कि मेरा इस निर्वाचन क्षेत्र से गहरा संबंध है, लेकिन कई लोग मुझसे पूछ रहे हैं कि मैं पार्टी कार्यक्रम से क्यों गायब हूं। मैं उन्हें बताना चाहती हूं की मैं सभी कार्यक्रम में शामिल होना चाहती हूं, लेकिन मुझे कई कार्यक्रमों के बारे में पता नहीं चल पाता है। अगर मुझे अपने निर्वाचन क्षेत्र की घटनाओं के बारे में सूचित नहीं किया जाएगा तो मैं उनमें कैसे शामिल हो पाऊंगी। इससे मुझे काफी पीड़ा हुई। यह पोस्ट शताब्दी रॉय के पेज पर पड़ा गया था।

रॉय ने कहा कि उन्होंने पिछले 10 सालों में निर्वाचन क्षेत्र में अपने परिवार की तुलना में लोगों के साथ ज्यादा समय बिताया है। उनके दुश्मन उसे इस मामले में बदनाम नहीं कर सकते। इसलिए इस साल मैं कुछ मुश्किल निर्णय लेने की कोशिश कर रही हूं। मैं आपके साथ और समय बिताना चाहती हूं। मैं आपकी आभारी हूं। आप 2009 से मेरा समर्थन कर रहे हैं. आशा करती हूं कि आने वाले दिनों में आप सभी मेरा साथ देंगे।

उन्होंने आगे लिखा कि यदि मैं कोई निर्णय लेती हूं, तो 16 जनवरी को दोपहर 2 बजे तक मैं आपको बता दूंगी। जब इस मामले में रॉय से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि यह पोस्ट उनके द्वारा लिखा गया था। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि "मैंने नेतृत्व तक पहुंचने की कोशिश की है, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ। अगर मैं जनता के लिए काम करने में सक्षम नहीं फिर पोस्ट जारी रखने का क्या फायदा।"

सूत्रों के अनुसार रॉय ने दो बार तारापीठ उन्नाव परिषद से इस्तीफा दिया था, लेकिन उन्होंने इसे स्वीकार नहीं किया। फिलहाल वह नई दिल्ली के रास्ते पर हैं। उनसे बीजेपी में शामिल होने की संभावना के बारे में पूछा गया, लेकिन उन्होंने जवाब देने से इंनकार कर दिया। उनसे केंद्रीय गृह मंत्री से मिलने की संभावनाओं के बारे में भी पूछा गया, रॉय ने इंनकार कर दिया।

बता दें कि रॉय को 29 दिसंबर को बोलपुर में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ एक रोड शो के दौरान देखा गया था. शताब्दी रॉय ने 2009 में टीएमसी टिकट पर बीरभूम सीट से चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी। रॉय ने 2014 और 2019 में भी इसी सीट से जीत दर्ज कराई थी।

इस मामले के बाद टीएमसी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा है कि पार्टी रॉय के साथ बात करेगी।

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