उन्होंने आगे कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगर वास्तव में गोहत्या रोकना चाहते हैं तो उन्हें उप्र, दिल्ली के बजाय पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर के राज्यों में पहल करनी चाहिए, जहां सार्वजनिक तौर पर झटका और हलाल का गोमांस बोर्ड लगाकर बिकता है। आजम खां ने यह भी कहा कि तीन तलाक मानो या न मानो ये तुम्हारी मर्जी है। इस पर राजनीति नहीं होना चाहिए।
सूबे के पीलीभीत में ई-रिक्शा, साइकिल वितरण समारोह में आजम खां ने कहा कि जब से दिल्ली में बादशाह की हुकूमत आई है, मांस का निर्यात ढाई गुना बढ़ गया। उन्होंने कहा कि ये फ्रिज से गोश्त निकालकर बेगुनाह का कत्लेआम करवाने वाले लोग हैं। गाय और गंगा के नाम पर हिंदू-मुस्लिम को लड़ाने का प्रयास किया जा रहा है।
आजम खां ने कहा कि गंगा गंदी नहीं है, उमा भारती जैसों को अपने जेहन की सफाई करना चाहिए। कुरान में बहते हुए जल को पाक बताया गया है। इसलिए हमारे लिए तो गंगा अल्लाह की निशानी है। वह न कभी गंदी थी, न है और न गंदी होगी।