अटकलें हैं कि कुमार विश्वास का करीबी होने के चलते उन पर कार्रवाई हुई है। कपिल मिश्रा ने ट्वीट कर रविवार को बहुत बड़ा खुलासा करने का दावा किया था। उन्होंने कहा था, "भ्रष्टाचार के खिलाफ खुली जंग कल सुबह। मैंने आज दिन में अरविंद केजरीवाल को भ्रष्टाचार से संबंधित कुछ अत्यंत महत्वपूर्ण तथ्य दिए हैं। कल खुलासा होगा।" लेकिन इन खुलासे से पहले ही अरविंद केजरीवाल ने उन्हें मंत्री पद से हटा दिया है।
शनिवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पर दिल्ली के तमाम विधायकों और जिला प्रभारियों की बैठक बुलाई गई थी। बैठक के बाद गोपाल राय ने कहा कि यहां सभी मसलों पर चर्चा हुई, संगठन में बड़े बदलाव हो रहे हैं, जिसके बारे में जानकारी सोमवार को दी जाएगी।
समस्या हल नहीं कर पाए मिश्रा: सिसोदिया
कपिल मिश्रा को मंत्री पद से हटाए जाने के बारे में उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि कपिल ने दिल्ली में पानी की समस्या को खत्म करने का पूरा प्रयास किया, लेकिन वे उस स्तर तक नहीं कर सके। इसलिए मुख्यमंत्री ने उनकी जगह कैलाश गहलोत को मंत्री बनाने का फैसला किया है।
उठाते रहेंगे आवाज: विश्वास
इसी बीच कुमार विश्वास ने कहा है कि हम भ्रष्टाचार के खिलाफ अंदर और बाहर आवाज उठाना जारी रखेंगे, परिणाम चाहे कुछ भी हो। कपिल मिश्रा को कुमार विश्वास का करीबी माना जाता है। आप से जुड़ेें सूत्रों का कहना है कि कपिल ने टैंकर घोटाले को लेकर एसीबी चीफ को एक चिट्ठी लिखी थी।
टैंकर घोटाले पर बोलने की सजा मिली?
अचानक मंत्री पद से छुट्टी के बाद सवाल उठ रहा है कि क्या कपिल मिश्रा काेे टैंकर घोटाले पर बोलते रहने की सजा मिली है? मिश्रा ने पिछलेे साल जब यह मुद्दा उठाया था, तो उनसे कानून विभाग छीन लिया गया था। यह घोटाला दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के कार्यकाल से जुड़ा है। केजरीवाल सरकार ने शुरू से ही इस मामले पर चुप्पी साधी है।
मैं अकेला मंत्री जिस पर भ्रष्टाचार का आरोप नहीं: कपिल मिश्रा
मंत्री पद से हटाए जाने के बाद कपिल मिश्रा ने कहा कि वह अकेले मंत्री हैं, जिन पर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं है। कोई सीबीआई जांच उनके खिलाफ नहीं चल रही है। किसी बेटी रिश्तेदार को पद नही दिया। उन्होंने शीला दीक्षित का भ्रष्टाचार खोला। यह मेरी पार्टी है। 2004 से आंदोलन से जुड़ा रहा हूँ। पार्टी छाेड़कर कहीं नही जाएंगे। यहीं रहकर सफाई करेंगे। झाड़ू चलाएंगे। कूड़ा हटाएंगे।