नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में बुलाए गए बिहार बंद के दौरान राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के सदस्यों द्वारा वाहनों में की गई तोड़ फोड़ के बाद पार्टी ने तीन लोगों को निष्कासित कर दिया है।
निष्कासित किए गए लोगों में भागलपुर में आरजेडी अध्यक्ष तिरुपति नाथ यादव, युवा नेता मिराज चंद और शाहजादा शामिल हैं। इन लोगों ने भागलपुर में एक ऑटो रिक्शा को लाठी-डंडों से तोड़ दिया था। इसका एक वीडियो भी सामने आया था।
शनिवार को आरजेडी के हजारों समर्थकों ने राज्यव्यापी बंद लागू करने के प्रयास में जबरन दुकानें बंद करवाईं। कई जगह 'बंद' हिंसक हो गया। कार्यकर्ताओं ने रेल और सड़क यातायात को बाधित कर दिया। पुलिस ने इस दौरान 38 जिलों से लगभग 13 लोगों को गिरफ्तार किया है और करीब 1550 लोगों को हिरासत में लिया है।
14 मामले दर्ज, 13 गिरफ्तार
एडीजी जीतेन्द्र कुमार ने बताया कि विरोध और कुछ स्थानों पर सड़क एवं रेल मार्ग बाधित करने के सिलसिले में 14 मामले दर्ज किए गए और 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
कई शहरों में हुए प्रदर्शन
मुंगेर में प्रदर्शनकारियों ने स्थानीय दुकानों और एक पुलिस स्टेशन में तोड़फोड़ की और नागरिकता कानून और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) की निंदा करते हुए नारे लगाए। वहीं पटना में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरिकेड तोड़ दिया। भागलपुर में कई ऑटो-रिक्शा में तोड़फोड़ हुई। दरभंगा में, पार्टी समर्थकों ने दरभंगा-नई दिल्ली बिहार संपर्क क्रांति सुपरफास्ट एक्सप्रेस को भी रोक दिया। पटना के कुम्हरार इलाके में और अर्रा, जहानाबाद और हाजीपुर में कुछ स्थानों पर प्रदर्शनकारी ट्रेन की पटरी पर आ गए जिससे यातायात बाधित हो गया। हालांकि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को घोषणा की कि राज्य में राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) को लागू नहीं किया जाएगा।
वैशाली में मवेशी के साथ प्रदर्शन
प्रदर्शनकारी मवेशी के ऊपर मैं विदेशी नहीं हूं और एनआरसी बिल और सीएए का विरोध करता हूं के पोस्टर लगाकर अनोखा विरोध प्रदर्शन करते नजर आए। वहीं, इस दौरान बंद समर्थकों ने सड़क पर आगजनी भी की जिसके चलते इस मार्ग पर वाहनों का परिचालन ठप हो गया और गाड़ियों की लंबी कतारें लग गईँ।