बिहार की नीतीश सरकार में मुकेश सहनी की मंत्री पद से छुट्टी हो गई है। मंत्रिमंडलीय सचिवालय की ओर से इस संबंध में नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक दिन पहले ही मुकेश सहनी को मंत्रिमंडल से हटाने की अनुशंसा कर दी थी जिसका राज्यपाल ने अनुमोदन कर दिया। मंत्रिमंडलीय सचिवालय ने इस संबंध में नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है। वहीं, मंत्री पद जाने के बाद सहनी ने इमोशनल पोस्ट किया है।.
मुकेश सहनी ने फेसबुक पर पोस्ट कर कहा है कि महीने के मंत्री कार्यकाल में राज्य की 13 करोड़ जनता की सेवा करने की कोशिश की. हर जाति-धर्म के लोगों के लिए काम किया। वीआईपी नेता ने कहा, " बिहार के भविष्य के लिए पशुपालन एवं मत्स्य क्षेत्र में कुछ निर्णायक कार्य को गति प्रदान किया. बिहार की समस्त जनता, एनडीए के सभी सहयोगी दल और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मुझे यह अवसर देने के लिए आभार। मैं निषाद समाज को एसस-एसटी आरक्षण, अति पिछड़ा समाज के आरक्षण को 15% बढ़ाने और बिहार और बिहारियों के सम्मान और सम्पूर्ण विकास के लड़ाई के लिए समर्पित हूं।"
मुकेश सहनी ने एनडीए के प्रमुख घटक भारती जनता पार्टी (बीजेपी) के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था। भाजपा ने सहनी को मंत्रिमंडल से हटाए जाने की सीएम नीतीश को लिखित सिफारिश की थी। जिस पर संज्ञान लेते हुए सीएम ने रविवार को सहनी को मंत्रिमंडल से हटाने की सिफारिश भेजी थी।
यूपी चुनाव में मुकेश सहनी ने कई सीटों पर बीजेपी के खिलाफ अपने उम्मीदवार उतारे थे जिसके बाद बिहार बीजेपी के नेता हमलावर हो गए थे। चुनाव में भाजपा से बगावत करके मैदान में उतरे मुकेश सहनी को बीजेपी ने हर तरह से नुकसान पहुंचाया है। पहले बीजेपी ने उनसे बोचहां विधानसभा सीट छीन ली और फिर उनकी पार्टी के तीनों विधायकों को बीजेपी में शामिल करा कर बिहार में उनकी ताकत खत्म कर दी। अब उनसे मंत्री पद पर भी गाज गिर गई।