समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि केन्द्र और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अपने चुनावी लाभ के लिये कोरोना के नाम पर एक सोची समझी रणनीति के तहत काम कर रही हैं।
स्थानीय मोहन लाल वर्मा डिग्री कालेज में पूर्व मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा की समाधि स्थल पर मूर्ति का अनावरण करते हुए श्री यादव ने कहा कि सरकार महामारी की आंड़ में पंचायत चुनाव प्रभावित करना चाह रही है। बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को जनसभाओं के जरिये अपनी सरकार बनानी है, इसलिये तटवर्ती राज्य में फिलहाल महामारी का जोर नहीं दिखायी दे रहा है जबकि यूपी के पंचायत चुनाव में प्रशासन का हस्तक्षेप चाहिये, इसलिये यहां कोरोना बढ़ रहा है। भाजपा की इस चाल को कार्यकर्ताओं को समझना है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा “ बाराबंकी बाबूजी (बेनी प्रसाद वर्मा) की जन्मभूमि ही नहीं बल्कि कर्मभूमि रही है। बाराबंकी समाजवादियों का गढ़ है। बाबू जी ने नेता जी (मुलायम सिंह यादव) के साथ मिलकर कई बार सरकार बनाई थी। अब मैं स्वर्गीय बाबू जी के पुत्र राकेश वर्मा के साथ मिलकर उसी जोड़ी को कायम करूंगा। यह भीड़ नहीं एक लहर है। आने वाले 2022 में सरकार बदलकर समाजवादी की सरकार बनाएंगे।”
उन्होने कहा “ बाबू जी को सच्ची श्रद्धांजलि तभी मिलेगी जब सभी लोग आज के दिन संकल्प लेकर 2022 में सपा की सरकार बनाएंगे। भाजपा के वादों में नोटबंदी के बाद भ्रष्टाचार खत्म होने के बजाए बढ़ गया। सरकार कहती है कि उसने 50 लाख करोड़ के उद्योगों के साइन हुए मगर ओएमयू धरातल पर नहीं दिख रहा है। भाजपा अपने संकल्प पत्र को ही भूल गई। किसानों से खेत छीनने वाला बिल ले आई।”