आम आदमी पार्टी का कहना है कि भारत की राजनीति में कांग्रेस तो वंशवाद की जन्मदाता रही है पर भाजपा भी उससे अछूती नहीं है। जितना वंशवाद कांग्रेस पार्टी में है उससे कहीं ज्यादा भाजपा में है। अगर कांग्रेस की अध्यक्षा सोनियां गांधी के पुत्र राहुल गांधी वंशवाद की वजह से सांसद बनते हैं तो भाजपा में भी साल 2014 में उस वक्त के भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह सांसद बनते हैं।
एक प्रेस कांफ्रेस में पार्टी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि ‘वंशवाद को लेकर जितनी मुगलई संस्कृति कांग्रेस पार्टी में है उतने ही बाबर और औरंगज़ेब भाजपा में भी हैं। कांग्रेस पार्टी तो वंशवाद की पोषक है लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने भी उसे आगे बढ़ाया है। अगर राजीव गांधी के पुत्र राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी के टिकट पर सांसद बनते हैं तो भाजपा में प्रेम कुमार धूमल के पुत्र अनुराग ठाकुर भी सांसद बनते हैं। अगर दिल्ली में कांग्रेस पार्टी की तरफ़ से पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के पुत्र संदीप दीक्षित सांसद बनते हैं तो भाजपा में भी दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के पुत्र प्रवेश वर्मा सांसद बनते हैं। चरती लाल गोयल भाजपा के नेता थे तो अब उनके पुत्र विजय गोयल भी भाजपा सरकार में मंत्री हैं, कांग्रेस पार्टी में ललित माकन बड़े नेता थे तो उनके भतीजे अजय माकन भी आज दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। वंशवाद के धरातल पर भाजपा कहीं से भी कांग्रेस से कम नहीं है।
आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता आशुतोष ने कहा कि भाजपा को वंशवाद के आईने में अपने चेहरे की कालिख भी देखनी चाहिए। अगर वाकई भाजपा वंशवाद को लेकर चिंतित है तो आप की तरह अपने संविधान में ये प्रावधान करना चाहिए कि एक परिवार से दो सदस्य ना तो संगठन के पद पर होंगे और ना ही चुनाव लड़ सकेंगे। आम आदमी पार्टी ही भारत में इकलौती पार्टी है जिसने अपने संविधान में वंशवाद को सिरे से नकारते हुए क्रांतिकारी प्रावधान किए हैं और जिसे भाजपा को भी अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि ‘कांग्रेस पार्टी के वंशवाद से तो पूरा देश बहुत अच्छे से वाकिफ़ है लेकिन भाजपा भी कांग्रेस से कम नहीं है। भाजपा में विजया राजे सिंधिया उपाध्यक्ष रहीं हैं और उनके बेटे माधवराव सिंधिया पहले भाजपा में रहे उसके बाद कांग्रेस में चले गए, उनके बेटे ज्योतिरादित्य सिंधिया आज भी कांग्रेस में है। माधव राव सिंधिया की बहन वसुंधरा राजे सिंधिया आज भाजपा की नेता और राजस्थान की मुख्यमंत्री हैं। भाजपा वंशवाद को लेकर किस मुंह से सवाल उठा रही है क्योंकि वंशवाद के दल-दल में जितनी कांग्रेस पार्टी डूबी है उससे कहीं ज्यादा भाजपा धंसी हुई है।