उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील पर बादल फटने और लाचेन घाटी की तीस्ता नदी में बाढ़ के कारण सेना के 23 जवान लापता होने पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चिंता जताई और वर्तमान स्थिति व शासन प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में जानकारी साझा की।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट किया, "सिक्किम में बादल फटने के बाद अचानक आई बाढ़ में 23 सैनिकों के लापता होने की खबर से बहुत चिंतित हूं। इस मामले पर हमारी सरकार की ओर से सहायता और एकजुटता का वादा करते हुए, मैं उत्तर बंगाल के सभी संबंधित लोगों से आपदाओं को रोकने के लिए वर्तमान मौसम में अधिकतम सतर्कता बरतने का भी आग्रह करती हूं।"
उन्होंने आगे लिखा, "मैंने पहले ही अपने मुख्य सचिव से आपदा प्रबंधन तैयारी उपायों का समन्वय करने के लिए कहा है। कलिम्पोंग, दार्जिलिंग और जलपाईगुड़ी जिलों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए सभी कदम उठाए गए हैं। बचाव और राहत कार्यों की निगरानी के लिए राज्य के वरिष्ठ मंत्रियों और वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को उत्तर बंगाल भेजा गया है।"
Deeply concerned on getting the news of 23 soldiers missing after a flash flood in Sikkim which followed a cloudburst in the region. While expressing solidarity and promise of assistance from our government side if sought on this matter, I also urge all concerned in North Bengal…
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) October 4, 2023
वहीं, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. थापा ने कहा, "कई संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है। मैं सभी संस्थानों से सिक्किम का समर्थन करने का अनुरोध करता हूं। मैंने सुबह स्थिति का जायजा लिया और फिर से ऐसा करूंगा।"
#WATCH | Sikkim: A flood-like situation arose in Singtam after a cloud burst, rescue operation underway.
BJP state president Dr Thapa says "Several properties have been damaged. I request all institutions to support Sikkim. I took stock of the situation in the morning and will… pic.twitter.com/LPmfqiwlMR
— ANI (@ANI) October 4, 2023
गौरतलब है कि इस घटना से सिक्कम के तीन जिलों मंगन, गंगटोक और पाक्योंग में तिस्ता के किनारे सड़कें और पुल बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं। राज्य के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने स्थिति का जायजा लिया है। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ देर रात करीब डेढ़ बजे शुरू हुई।
अधिकारियों की मानें तो अचानक बाढ़ आने और एक बांध से पानी छोड़े जाने के कारण स्थिति और बिगड़ गई। बाढ़ मंगलवार देर रात करीब डेढ़ बजे आई। रक्षा अधिकारियों के अनुसार घाटी में कई प्रतिष्ठान बाढ़ की चपेट में आए हैं तथा नुकसान के संबंध में अभी और जानकारी नहीं मिली है।
उन्होंने बताया कि सेना के 23 जवानों के लापता होने की खबर है और 41 वाहन कीचड़ में डूबे हुए हैं। अधिकारियों के अनुसार, तलाश एवं बचाव अभियान जारी है।साथ ही चुंगथांग बांध से पानी छोड़े जाने के कारण झील में जलस्तर अचानक 15 से 20 फुट तक बढ़ गया। अधिकारियों के मुताबिक, इससे सिंगताम के पास बारदांग में खड़े सेना के वाहन डूब गए।
गुवाहाटी के रक्षा पीआरओ ने जानकारी देते हुए बताया कि उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील के ऊपर अचानक बादल फटने से लाचेन घाटी के तीस्ता नदी में बाढ़ आ गई। घाटी में कुछ सेना के जवान प्रभावित हुए हैं। 23 सेना जवान के लापता होने की सूचना है और जवानों के कुछ वाहनों के कीचड़ में डूबने की खबर है। तलाशी अभियान अभी जारी है।