कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र प्रत्यक्ष विदेश निवेश (एफडीआई) प्राप्तकर्ताओं की सूची में लगातार शीर्ष पर रहा है। साथ ही, कांग्रेस ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के उस बयान की आलोचना की जिममें उन्होंने कहा था कि महाविकास आघाडी (एमवीए) शासन में राज्य की रैकिंग नीचे चली गयी थी।
केंद्रीय उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों का हवाला देते हुए कांग्रेस की प्रदेश इकाई के प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा कि महाराष्ट्र को 2000-2012 के दौरान देश में संपूर्ण एफडीआई का 33 प्रतिशत हिस्सा मिला।
सावंत ने कहा, ‘‘अक्टूबर 2019 से जून 2022 तक एमवीए सरकार के कार्यकाल के दौरान भी संपूर्ण एफडीआई के संदर्भ में महाराष्ट्र पहले नंबर पर था।’’
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार जून 2022 में एकनाथ शिंदे द्वारा शिवसेना में बगावत करने तथा मुख्यमंत्री बनने के लिए भाजपा के साथ हाथ मिलाने के कारण गिर गयी थी। कांग्रेस एमवीए में सहयोगी दल है।
फडणवीस ने शुक्रवार को कहा था कि एमवीए शासनकाल के दौरान एफडीआई आकर्षित करने में पीछे रह गया महाराष्ट्र पिछले लगातार दो वर्षों में शीर्ष पर पहुंच गया है।
सावंत ने कहा, ‘‘आपने (फडणवीस ने) अप्रैल 2021 से मार्च 2022 तक का आंकड़ा पेश किया और तब कर्नाटक पहले नंबर पर आया। यदि आपने यह कहा होता कि अप्रैल 2020 से मार्च 2021 तक गुजरात एफडीआई में पहले नंबर पर आया तो और अधिक तर्कसंगत होता।’’ उन्होंने दावा किया कि भाजपा नीत केंद्र महाराष्ट्र की उपेक्षा करता है जिसके कारण गुजरात और कर्नाटक उससे आगे निकल गए।
 
                                                 
                             
                                                 
                                                 
                                                 
			 
                     
                    