जंग के कल अचानक से इस्तीफा देने पर हैरानी जाहिर करते हुए तिवारी ने कहा कि वह इस्तीफा देने के उनके निजी फैसले का सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि नये उपराज्यपाल दिल्ली में संविधान और शासन के विभिन्न नियमों को कायम रखने के लिए काम करेंगे। अरविंद केजरीवाल नीत सरकार पर संविधान का पालन नहीं करने का आरोप लगाते हुए तिवारी ने कहा कि नए उपराज्यपाल के साथ खींचतान अनिवार्य है। दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जो सरकार संविधान का पालन नहीं करती है और निरंकुश रवैया अपनाती है उसका जो कोई भी उपराज्यपाल बनेगा उसके साथ टकराव होना अनिवार्य है।
तिवारी ने आरोप लगाया कि केजरीवाल ने दिल्ली को कुटिल राजनीतिक का केंद्र बना दिया है जहां जमीन पर काम किए बिना आरोप-प्रत्यारोप में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा जमीन पर कोई काम नहीं हुआ है। रोजाना वह प्रधानमंत्री और उपराज्यपाल पर आरोप लगाते हैं। मेरे ख्याल से, अब दिल्ली उनसे सीसीटीवी कैमरे, नई बसें, अस्पतालों में बिस्तर और स्कूलों के उनके वायदों के बारे में जानना चाहती है। दिल्ली कांग्रेस प्रमुख अजय माकन के इस आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए कि जंग के उपराज्यपाल के तौर पर जाने के पीछे नरेंद्र मोदी और केजरीवाल के बीच कुछ समझौता हुआ है, तिवारी ने कांग्रेस को डील बाज करार दिया।