रामगोपाल ने कहा कि अगर पार्टी का अध्यक्ष असंवैधानिक काम करे तो फिर सम्मेलन कौन बुलाएगा? एक भी मीटिंग नहीं हुई तो फिर कैसे पार्टी के उम्मीदवार घोषित किए गए। पार्टी के कार्यकर्ताओं की मांग पर सम्मेलन बुलाया गया।
इधर मुलायम सिंह यादव शनिवार को एक बैठक बुलाई है। जिस पर आगे की रणनीति पर मंथन किया जा सकता है।
इससे पूर्व पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने अलग से उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करने पर शुक्रवार को सीएम अखिलेश यादव और पार्टी महासचिव रामगोपाल यादव को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। और उनसे पूछा था कि क्यों न अनुशासनहीनता पर कार्रवाई की जाए। इसके बाद दोनों को निष्कासित कर दिया।
रामगोपाल यादव ने सपा में मचे घमासान पर कहा है कि पार्टी का एक आदमी सपा में पूरे विवाद की जड़ है। हालांकि उस नेता की हैसियत 10 वोट दिलाने की भी नहीं है। रामगोपाल ने खुलकर अखिलेश की तरफदारी करते हुए कहा कि वह अगले 10 सालों में देश के सबसे बड़े नेता होंगे।