गोवा में प्रमोद सावंत के नेतृत्व वाली सरकार से ती मंत्रियों को बर्खास्त किए जाने के एक दिन बाद क्षेत्रीय दल गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) ने सरकार से समर्थन वापस लेने की औपचारिक घोषणा की है। राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार को जीएफपी इसके गठन के समय से ही समर्थन दे रही थी।
पूर्व उप मुख्यमंत्री सरदेसाई ने राज्यपाल को भेजा पत्र
जीएफपी के अध्यक्ष और पूर्व उप मुख्यमंत्री विजय सरदेसाई ने राज्यपाल मृदुला सिन्हा को भेजे पत्र में कहा है कि उनक पार्टी की राजनीतिक मामलों की कमेटी और विधानमंडल ने रविवार को बैठक की और प्रमोद सावंत के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार से समर्थन वापस लेने का सर्वसम्मति से फैसला किया है।
चार मंत्रियों को बर्खास्त किया था सावंत ने
शनिवार को सावंत ने चार मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया था। इनमें एक निर्दलीय विधायक भी शामिल था। उन्होंने अपने कैबिनेट में चार नए मंत्रियों को जगह देने के लए उन्हें हटाया था। चार नए मंत्रियों में तीन विधायक कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए हैं। गोवा के विपक्षी दल कांग्रेस के दस विधायकों ने 10 जुलाई को पार्टी बदलकर भाजपा का दामन थामा था। 40 सदस्यों वाली गोवा विधानसभा में अब भाजपा के पास 27 सदस्यों का समर्थन है। समर्थन देने वालों में दो निर्दलीय विधायक भी शामिल हैं।
सरकार को अब 27 विधायकों का समर्थन
भाजपा शासित गोवा सरकार के मंत्रिमंडल का शनिवार को विस्तार हुआ। सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल होने वाले कांग्रेस के तीन असंतुष्ट विधायकों और एक भाजपा विधायक को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। कांग्रेस से भाजपा में आए विधायकों में चंद्रकांत कवलेकर, जेनिफर मॉन्सरेत और फिलिप नेरी रोड्रिगेस के नाम शामिल हैं। वहीं, भाजपा के माइकल लोबो ने मंत्री पद की शपथ ली। इससे पहले उन्होंने डिप्टी स्पीकर पद से इस्तीफा दे दिया। इससे पहले गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने जीएफपी के तीन विधायकों और निर्दलीय विधायक रोहन खुंटे से कैबिनेट से इस्तीफा देने को कहा था। बीजेपी का संख्या बल अब 17 से 27 हो गया है।
अभी उनको गोवा फॉरवर्ड और निर्दलीय विधायक की जरूरत नहीं है। जबकि एक अन्य निर्दलीय विधायक गोविंद गावडे को मंत्रिमंडल से निकाला नहीं जाएगा। 40 सदस्यीय गोवा विधानसभा में अब बीजेपी के 27, कांग्रेस के 5, गोवा फॉरवर्ड पार्टी के 3, मगो पार्टी का 1, निर्दलीय 3 और राष्ट्रवादी कांग्रेस का 1 विधायक है।