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मोदी से मुकाबले के लिए महागठबंधन

प्रधानमंत्रीनरेंद्र मोदी से मुकाबला करने के लिए पुराने समाजवादी अब एक मंच पर आकर मुकाबला करेंगे और यह महागठबंधन समाजवादी जनता दल के नाम से जाना जाएगा। इसके लिए समाजवादी पार्टी, जनता दल यूनाइटेड, राष्ट्रीय जनता दल, जनता दल(एस), इंडियन नेशनल लोकदल जैसे दल सहमति जता चुके हैं।
मोदी से मुकाबले के लिए महागठबंधन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुकाबला करने के लिए पुराने समाजवादी अब एक मंच पर आकर मुकाबला करेंगे और यह महागठबंधन समाजवादी जनता दल के नाम से जाना जाएगा। इसके लिए समाजवादी पार्टी, जनता दल यूनाइटेड, राष्ट्रीय जनता दल, जनता दल(एस), इंडियन नेशनल लोकदल जैसे दल सहमति जता चुके हैं। बताया जा रहा है कि इसमें कई और क्षेत्रीय दल शामिल हो सकते हैं। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व में इस लड़ाई को आगे बढ़ाने का फैसला किया गया है। सभी दलों के नेताओं ने एक स्वर में कहा कि मोदी सरकार के खिलाफ साझा लड़ाई लड़ी जाएगी। इसके लिए धरना-प्रदर्शन के अलावा संसद में विरोध करना शामिल है। इस बारे में पूछे जाने पर मुलायम सिंह यादव ने आउटलुक से कहा कि यह लड़ाई कैसे लड़ी जाएगी इसकी रूपरेखा तैयार की जा रही है। बताया जा रहा है कि कई क्षेत्रीय दल के नेता महागठबंधन बनाने के पक्षधर हैं और अगले साल फरवरी माह में नए दल की घोषणा हो सकती है।  बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहते हैं कि सभी लोगों में इस बात पर सहमति बनी है कि जनता परिवार के सभी घटक दल एक साथ मिलकर काम करेंगे। संसद में विभिन्न मुद्दों और विधेयकों पर भी हमारा साझा रुख रहेगा। लेकिन महागठबंधन में अभी कई दलों के शामिल होने को लेकर संशय है। बसपा प्रमुख मायावती कहती हैं कि जनता दल परिवार की विचारधारा उनकी पार्टी के सिद्धांतों से मेल नहीं खाती है इसलिए उनके एक साथ आने का फिलहाल कोई सवाल नहीं उठता है। वहीं पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी उड़ीसा में नवीन पटनायक का भी रूख अभी साफ नहीं है। वहीं माकपा के महासचिव प्रकाश करात महागठबंधन के फैसले का स्वागत करते हैं। करात का कहना है कि जनता परिवार केंद्र सहित राज्यों में भाजपा को जबरदस्त टक्कर देगा।


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