विपक्ष एकता की पहल के बीच पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा ने कहा है कि कांग्रेस अगर मायावती या ममता बनर्जी को प्रधानमंत्री के तौर पर प्रस्तावित करती है तो उन्हें कोई एतराज नहीं है।
जनता दल (सेक्युलर) के प्रमुख देवगौड़ा ने कहा कि तीसरे मोर्चे का गठन अभी शुरुआती चरण दौर में है। 2019 में लोकसभा चुनाव में पहले तो प्रधानमंत्री पद पर कांग्रेस के लिए राहुल गांधी के नाम का प्रस्ताव है लेकिन कांग्रेस ममता या मायावती के नाम का प्रस्ताव करती है तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी क्योंकि यह दोनों महिला उम्मीदवार हैं। ममता बनर्जी भी विपक्षी एकता की दिशा में अहम भूमिका निभा रही हैं।
देवगौड़ा ने कहा कि भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए विपक्ष को एकजुट करने में कांग्रेस एक अहम भूमिका निभाएगी। देवगौड़ा ने कहा कि कांग्रेस और उनकी पार्टी 2019 का आम चुनाव कर्नाटक में साथ मिल कर लड़ेंगी। उन्होंने कहा कि जेडीएस ने क्षेत्रीय पार्टियों को एकजुट करने की अभी तक कोई कोशिश नहीं की है। हालांकि क्षेत्रीय पार्टियां भाजपा का मुकाबला करने के लिए अन्य पार्टियों से सहयोग करने को तैयार हैं।
1996 में एचडी देवगौड़ा जनता दल की अगुवाई वाले यूनाइटेड फ्रंट के प्रधानमंत्री बने थे लेकिन सालभर में ही उन्हें कुर्सी छोड़नी पड़ी थी। हाल में उनकी पार्टी ने कांग्रेस के समर्थन से कर्नाटक की सरकार बनाई है।